शराइ अदालत पर सियासी घमासान
जाने ऐड Nowशराई , अदालत बननी चाहिये या नही बननी चाहिये , अभी ईसी विषय पर बहस छिडी़ हुई है,
ईस बीच आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लो बोर्ड फैसला कर लिया है कि शराई अदालते बनाई जायेंगी ,
चलीय सूरू करते है
शराई , अदालत बननी चाहिये या नही बननी चाहिये , अभी ईसी विषय पर बहस छिडी़ हुई है,
ईस बीच आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लो बोर्ड फैसला कर लिया है कि शराई अदालते बनाई जायेंगी ,
ईन अदालतों के बनाने के पिछे यही तर्क है कि परिवारिक न्यायालयों मैं मुकदमें की संख्या काफी ज्यादा हो गई है ईसके चलते समय से न्याय नही मिल पाता है , काफी समय तो केवल तारिखों मै ही बीत जाता है ईसलिऐ महिलाओं के लिये समय पै न्याय दिलाने के लिये शराई अदालत बनाने की घोषणा कर दी है,
पर पर कुछ लोगों को यह ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लोन का यह कानून शायद पसंद नहीं आया और वह इसीलिए ही इस पर ऐसी वैसी बातें कर रहे हैं ,
पर मैं आपको इसके बारे में स्पष्ट आपसे बताने वाला हूं ,
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने फैसला जो किया है इस पर सभी धर्म की महिलाओं के लिए न्याय के सभी महिलाओं के लिए दरवाजे खुले हुए हैं यह सिर्फ मुस्लिम महिलाओं के लिए ही नहीं है सभी हर एक महिला के लिए है ताकि महिलाओं को जल्द से जल्द न्याय दिला सके ,
और रही बात हलाला प्रथा कि इसके बारे में भी मैं आपको अगली पोस्ट में जरूर बताऊंगा और पूरीसबसे पहले जाने
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