Apricot fruit खूबानी के 3 फायदे (weight, suger, sex, anemia) How to use Best

 Apricot kya hai खुबानी या (एप्रीकॉट हिंदी नेम) आडू या प्लम जैसा होता है, apricot fruit , apricot khane se kya hota hai, apricot scrub kya hai, आज की इस पोस्ट में हम यह सब  जानेंगे आज.

Apricot fruit



हाय मैं नासिर हुसैन और आप पढ़ रहे हैं हिंदी मेवाती ब्लॉग. इस पोस्ट में मैं आपको apricot के बारे में विस्तार से समझाने की कोशिश करूंगा. जैसे खूबानी की तासीर प्रेगनेंसी में खूबानी खाने के फायदे. खूबानी का दूसरा नाम.  खुबानी खाने का सही तरीका क्या है. खुबानी की कीमत क्या है. और खुबानी फल के फायदे क्या है. और खुबानी क्या है.



Apricot fruit benefits


Apricot आडू या पल्म जैसा होता है जिसका छिलका थोड़ा खुदरा और मुलायम जैसा होता है। आयुर्वेद के अनुसार एप्रीकॉट मीठा और गर्म तासीर का होता है। एप्रीकॉट के गुणों के कारण यह बात और कब को कम करने में काफी मददगार साबित होता है और साथ ही साथ कमजोरी को दूर करने में भी यह जबरदस्त माना जाता है।  एप्रीकॉट को स्किन के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है। एप्रीकॉट की मदद से आप अपनी sex लाइफ को काफी मजबूत कर सकते हैं इसका तरीका मैं आपको आर्टिकल के लास्ट में बताऊंगा जो मैं भी यूज़ करता हूं. इसका मेरे पास बहुत से तजुर्बे। 



Abuot Apricot in hindi


हमारे आयुर्वेदिक आचार्य ने कुछ ऐसे विशिष्ट और लाभकारी पलों की खोज की है जिनमें अनेक प्रकार के औषधीय गुण पाए जाते हैं। एप्रीकॉट (Apricot)  भी उन्हीं फलों में से एक फल है एप्रीकॉट (Apricotऔषधीय गुणों से भरपूर फल है। Apricot के नाम से आप इसको शायद बहुत कम जानते होंगे लेकिन खुबानी के नाम से यह बहुत ज्यादा फेमस है. इसी के नाम से ज्यादातर जाना जाता है। यह एक बीच युक्त फल है. इसके अंदर एक बीज निकलता है, जो बेर के जैसे दिखाई देता है.



 फोटो में देख सकते हैं यह यही है एप्रीकॉट (Apricot) का फल इसके अंदर छोटा सा बीज निकलता है इस बीच को आप मेवे के रूप में भी इस्तेमाल कर सकते हैं। लगभग 3000 वर्ष पुराना यह फल औषधीय गुणों के कारण पूरे विश्व में अपना नाम जमा चुका है इस पर बहुत सारे शोध (research) भी चलें हैं।



एप्रीकॉट फल और पौधा 


एप्रीकॉट (Apricot खुबानी ) का फल आडू या बेर की भांति दिखता है। एप्रीकॉट के फल का रंग हल्का लाल पीला नारंगी रंग का होता है। इस फल का स्वाद हल्का खट्टा मीठा होता है किंतु कभी-कभी इसका स्वाद तीखा भी देखने को मिलता है।Apricot की तासीर गर्म (hot) होती है इसलिए इसका उपयोग ठंडे मौसम में अधिक किया जाता है। 


Apricot fruit


एप्रीकॉट की पौधे की बात करें तो यह पौधा छोटा और आकर्षक होता है। इसकी लंबाई 8 से 10 मीटर होती है। ईस की पत्तियों की बात वह 5 से 9 सेंटीमीटर अंडाकार होती है। एप्रीकॉट के पौधे में गुच्छे दार फूल लगते हैं जो सफेद और गुलाबी रंग के होते हैं और देखने में काफी आकर्षक (Attractive) लगते हैं।



Apricot name all


Sanskrit-उरुमाण;


Hindi-जरदालू, खुबानी, चिलू;


Urdu-खुबानी (Khubani);


Kashmiri-गरडालू (Gardalu), जर्दालु (Jardalu), चेरकिश (Cherkish);


Nepali-खुर्पानी (Khurpani);


Panjabi-हरी (Hari), सरी (Sari), चुली (Chuli)।


English-कौमन एप्रीकोट (Common apricot);


Arbi-बिनकफक (Binkuk), किशानिश (Kishanish);


Persian-मिश-मिश (Mish-Mish), जरदालु (Zardalu)।



एप्रीकॉट सबसे पहले कहां मिला (Where was Apricot first found?) 


Apricot fruit की शुरुआती पैदावार और यह कहां पर मिला इसके बारे में काफी विवादित वरण सामने आए हैं। प्राचीन काल में आर्मेनिया में लंबे समय तक एप्रीकॉट की खेती की गई थी| 

इसलिए Apricot fruit की उत्पत्ति का श्रेय आर्मेनिया को दिया गया है। आर्मेनिया के गाने क्षेत्र में खुदाई के दौरान Apricot  के बीज मिले थे इसलिए एप्रीकॉट का वैज्ञानिक नाम पूर्नस आर्मेनियाका यानी (आर्मीनियाई बेर) रखा गया है। 

इसी तरह कुछ विदेशी वैज्ञानिकों का मानना है कि एप्रीकॉट की शुरुआत चीन में हुई थी तथा एप्रीकॉट का मूल केंद्र चीन ही है। कुछ अन्य तत्वों से ज्ञात हुआ है कि एप्रीकॉट की शुरुआत 3000 ईशा पूर्व भारत में हुई थी। 

इसके अलावा मिस्र इंग्लैंड तुर्की और पारस जैसे देश भी एप्रीकॉट के शुरुआत के बारे में अलग-अलग अपनी राय रखते हैं।



खुबानी (Apricot fruit) की पैदावार सबसे ज्यादा कहां होती है


एप्रीकॉट अर्थात खुबानी आर्मेनिया का राष्ट्रीय फल है किंतु विश्व भर में Apricot fruit का सर्वाधिक उत्पादन तुर्की में किया जाता है। तुर्की के अलावा ईरान एप्रीकॉट का उत्पाद के मामले में दूसरे नंबर पर आता है। 

इन दोनों देशों के अलावा यूरोप मिश्र चीन तथा भारत में भी अपरिकोट का उत्पादन किया जाता है। भारत में Apricot fruit फल हिमाचल प्रदेश उत्तराखंड और कश्मीर के जैसे ठंडे इलाकों में पाया जाता है। इन पहाड़ी और ठंडे इलाकों में इन की पैदावार भी काफी ज्यादा मात्रा में होती है।



एप्रीकॉट में पाए जाने वाले पोषक तत्व (Nutrients found in Apricot fruit)


एप्रीकॉट खुबानी अपने औषधीय गुणों के कारण विश्व भर में प्रसिद्ध है एवं अपरिकोट की प्रसिद्ध का कारण है वह सही है क्योंकि इसमें बहुत सारे विटामिंस मिनरल्स एक साथ पाए जाते हैं।

Apricot fruit में पाए जाने वाले खनिज मिनरल्स विटामिंस व विभिन्न प्रकार के पोषक तत्व। बता दें कि एप्रीकॉट में पाए जाने वाले तत्व हैं, विटामिन ए,  विटामिन बी,  विटामिन सी,  विटामिन ई,  विटामिन के,  प्रोटीन, तांबा, (copper) कैल्शियम,  विटामिन बी 6,  मैग्नीशियम, पोटेशियम, फास्फोरस, फाइबर, आयरन, सोडियम, क्लोराइड, कार्बोहाइड्रेट,  वसा,  नियासिन,  कैलोरी,  मैग्नीज,  जिंक, लोहा, यह सब पोषक तत्व एप्रीकॉट में भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं| 

या आप कह सकते हैं कि यह इन सब का भरपूर भंडार है। आप अंदाजा लगा लो इतनी सारे पोषक तत्व अगर एक चीज में मिल रहे हैं| तो उसकी कीमत और उसका महत्व क्या होगा | इसीलिए इसका उपयोग आयुर्वेदिक में औषधि के रूप में किया जाता है।



एप्रीकॉट से खून की कमी को दूर करें (Remove anemia with Apricot)


शरीर में खून की कमी का होना एनीमिया रोग कहा जाता है। सरल भाषा में अगर मैं आपको समझाऊं तो anemia यानी खून का कम होना| किशोरावस्था और गर्भावस्था के दौरान सबसे ज्यादा पाया जाता है। खून की कमी के कारण महिलाओं में प्रसव के दौरान मृत्यु की सबसे अधिक संभावना होती है। खून की कमी के कई कारण होते हैं लेकिन सबसे जो मेन कारण होता है वह होता है लौह तत्व (iron) की कमी और calcium की कमी का होना।


Apricot frui anemia treament


iron और विटामिन ए तथ्य युक्त चीजों का सेवन करने से anemia रोग को ठीक किया जाता है। अगर आप किसी डॉक्टर के पास भी जाएंगे तो वह भी आपको यही दो चीजों की दवा देगा। 

इसके विपरीत एप्रीकॉट में लोह,  विटामिन ए,  तांबा, भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं जो खून की कमी को दूर करने में समर्थ होते हैं। एप्रीकॉट खून में मौजूद विषैले पदार्थों को भी नष्ट कर देता है। Apricot से खून साफ और स्वच्छ बनता है।


इन सबके अलावा Apricot में कैल्शियम की मात्रा भी काफी भरपूर मात्रा में मिलती है। एनीमिया के रोगी को Apricot के फल खिलाए पके हुए। एप्रीकॉट का जूस नहीं पिला सकते हैं। और उसके बीच का मेवा भी उसको खिला सकते हैं। इससे उसके अंदर विटामिन कैल्शियम और लौह तत्वों की पूर्ति हो जाएगी। जिससे उनकी खून की कमी दूर हो जाती है।



मोटापा कम करने के लिए एप्रीकॉट का सेवन। Consuming Apricot for Weight Loss


कई बार गलत खान-पान के कारण शरीर में वजन और चर्बी बढ़ जाती है। जिस को कम करने के लिए हम कई तरह के योगा या दवाई का सहारा लेते हैं। मोटापा कम करने के लिए चिकित्सक कम कैलोरी युक्त खाद्य पदार्थ का सेवन करने की सलाह देते हैं, क्योंकि शरीर में कैलरी की मात्रा कम होने से वजन संतुलित हो जाता है। एप्रीकॉट में कैलरी की मात्रा अत्यंत कम होती है जो मोटापे को कम करने के लिए बेहद लाभकारी है। 

इसके विपरीत Apricot में पर्याप्त मात्रा में fiber पाया जाता है जो शरीर में होने वाले पानी के अवशोषण को बढ़ाता है। शरीर में जब पानी का लेवल बढ़ता है तो भूख कम लगती है। 

जिसकी वजह से बिना किसी दवाई योग या जिम करें आप अपना वजन धीरे-धीरे घटा सकते हैं। Weight Loss किस तरह से कम करना है इसके ऊपर मैंने स्पेशलिस्ट एक आर्टिकल लिखा है जो आप यहां से पढ़ सकते हैं।



एप्रीकॉट से आंखों का इलाज करें (treat eyes with apricot)


एप्रीकॉट से आंखों का इलाज भी किया जाता है। लेकिन उससे पहले मैं आपको बता दूं eyes में क्या क्या बीमारी होती है और वह किस कारण होती है। 


इंसान की सबसे बेशकीमती चीज और नाजुक अंग जो होती है वह होते हैं आंख। इसलिए इस कीमती उनका ख्याल रखना बेहद जरूरी होता है। eyes का सबसे कोमल हिस्सा होता है रेटीना। जिसकी मदद से हम दुनिया की इस चकाचौंध को देख पाते हैं। आंखों के अंदर ज्यादातर बीमारी इसी रेटीना के खराब होने की वजह से होती है। अगर बात की जाए विज्ञान की तो विज्ञान कहता है कि eyes को विटामिंस और पौष्टिक तत्वों से आंखों को स्वस्थ बनाए रखा जा सकता है।

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आंखों में बीमारी क्यों होती है (Why does eye disease happen?)


आज के समय में अगर बात की जाए तो उम्र से पहले ही लोगों की आंखों में कई रोग होने लग जाते हैं। जैसे आंखों की रोशनी कम होना।  आंखों में सूजन होना । आंखों में जलन होना।  आंखों में लाल पन होना।  आंखों में फुला टाइप होना।  और बीमारी होती है।


मेरे डॉक्टर के अनुभव या कैरियर में जो मैंने एक्सपीरियंस किया है। इन बीमारियों के जो होने के मुख्य कारण होते हैं वह यह है। आंखों में धूल मिट्टी का जाना। रातों को देर तक जगना। पूरी नींद ना सोना। लंबे समय तक मोबाइल का देखना। किसी चीज को सरसरी तौर पर लंबे समय तक देखना और लगातार देखना। यह सब इसके आज के टाइम में मुख्य कारण है।


आंखों के इलाज की दवा (eye medicine)


आंखों से रिलेटेड इलाज में जिन दवाइयों का इस्तेमाल किया जाता है उनमें विटामिन ए, विटामिन बी, विटामिन सी, पैरोडी नाइट, जैसे पोषक तत्व से बनी eye medicine का इस्तेमाल किया जाता है। एप्रीकॉट apricot में वही यह सब चीजें एक ही जगह पाई जाती हैं। पाई जाती नहीं बल्कि भरपूर मात्रा में पाई जाती हैं जो आंखों की समस्याओं को ठीक करने में मदद करते हैं।



एप्रीकॉट से इम्यूनिटी सिस्टम बढ़ाएं (Increase apricot immunity system)


apricot fruit में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट, और एंटी इन्फ्लेमेटरी, गुण शरीर को जरूरी vitamin देते हैं। इसलिए कमजोर immunity system को मजबूत और बढ़ाने के लिए एप्रीकॉट का इस्तेमाल  जरूर । apricot के साथ-साथ आप हिमालय बेरी का अगर इस्तेमाल करेंगे.  तो आपकी इम्यूनिटी सिस्टम तो मजबूत होगी साथ में आपके शरीर के अंदर इतनी ताकत और फुर्ती देखने को मिलेगी जिसको मैं यहां बयां नहीं कर सकता हूं। इसका उपयोग मैंने कई अपने मरीजों पर किया है। यहां तक एक बार मैंने खुद भी इसका इस्तेमाल किया था। इनका इस्तेमाल कैसे करना है आप यहां से पढ़ सकते हैं।




एप्रीकॉट को स्किन केयर में भी किया जाता है इस्तेमाल


एप्रीकॉट में लगभग सभी आवश्यक तत्वों से भरपूर होती है। जो हमारी त्वचा को पहले से अधिक स्वास्थ्य बना सकती है। एंटी ऑक्सीडेंट स्किन के लिए बहुत अच्छे माने जाते हैं। apricot fruit में anti oxidant की अच्छी मात्रा पाई जाती है। विटामिन सी, बी, एप्रीकॉट में पाया जाता है जो त्वचा के लिए काफी अच्छा होता है। अगर आप स्किन के लिए apricot का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो इसका प्रोडक्ट आप मेरी वेबसाइट से खरीद सकते हैं.  यहां से।

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एप्रीकॉट के साइड इफेक्ट क्या है (Apricot fruit has side effects.)


कई ऐसे मामले हैं जिनमें Apricot fruit  नुकसानदायक हो सकता है।

एलर्जी:  अगर किसी को इस से एलर्जी है तो Apricot का सेवन नहीं करना चाहिए इससे त्वचा संबंधित समस्याएं हो सकती हैं।

मधुमेह :  अगर कोई मधुमेह की बीमारी से ग्रस्त है तो उन रोगियों को सूखे Apricot खुबानी का सेवन नहीं करना चाहिए एप्रीकॉट खाना उनके लिए हानिकारक होता है।

लो ब्लड प्रेशर: लो ब्लड प्रेशर वाले लोगों को Apricot का सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए।

याद रखें एप्रीकॉट के बीजों में साइनाइड (cyanide) होता है जो अधिक मात्रा लेने पर बेहद हानिकारक (side effects) होता है। एप्रीकॉट खुबानी के केवल 30 बीजों का ही 1 दिन में खाया जा सकता है। इससे ज्यादा आप ना खाएं नहीं तो आपको बहुत ज्यादा नुकसान उठाना पड़ सकता है।


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