Wednesday, September 25, 2024

BJP Government 2014 Great History Of World


साल 2014 भारत के इतिहास में एक खास ऐतिहासिक साल था। इस साल भारत में बड़ी लीड के साथ पहली बार BJP government 2014 ने अपनी सरकार बनाई थी। 2014 से 2019 तक का समय भारतीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ था। इस समय में, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने केंद्र सरकार में एक प्रमुख भूमिका निभाई। आइए, आज हम इस समय का विस्तार से विश्लेषण करेंगे, और समझेंगे कि इस कालखंड में क्या-क्या महत्वपूर्ण घटनाएँ और नीतियाँ लागू हुईं।

2014 का आम चुनाव: मोदी लहर की शुरुआत 2014 General Election: Beginning of Modi Wave

2014 का साल भारतीय राजनीति के आकाश पर एक **सुनहरा सूरज** लेकर चमक में आया, जिसकी चमक ने देशभर को आलोकित कर दिया। यह वह समय था जब **नरेंद्र मोदी** के रूप में एक नया नायक BJP government 2014 के साथ-साथ भारतीय जनता की उम्मीदों और आकांक्षाओं का प्रतीक बनकर उभरा। इस आम चुनाव में **मोदी लहर** एक ऐसी बयार बनकर आई, जिसने हर ओर एक नई ऊर्जा और विश्वास का संचार किया।

BJP government 2014 के आम चुनाव से पहले भारत का इतिहास 2010 के बाद एक ऐसी आंधी चली जिसके सामने बड़ी-बड़ी चट्टानें भी छोटी पड़ गई. और इस आंधी का नाम तो था ही '''नरेंद्र मोदी'''। [नरेंद्र मोदी] नाम के इस तूफान ने कांग्रेस के बड़े-बड़े नेताओं को बिलकुल [किसी गली लकड़ी के माफिक] मिट्टी में मिला दिया। UPA government का इतना बुरा हाल था, के लगातार तीसरी बार हार का मुँह देखना पड़ा.

BJP government 2014 आशाओं का सागर**

BJP Government 2014 Great History


देश की जनता, जो लंबे समय से किसी **परिवर्तन** की प्रतीक्षा कर रही थी, पर समस्या यह थी की नेता किसको चुने। फिर उदय हुआ Narendra Modi का। नरेंद्र मोदी में जनता को वह मसीहा दिखा, जो उनके सपनों को साकार कर सकता था। Narendra Modi ने BJP government 2014 के अलावा हर व्यक्ति के दिल में एक **नया जोश** भर दिया था, एक नई उम्मीद थी।

नरेंद्र मोदी ने अपने **शब्दों की शक्ति** से, और अपने **विकास के वादों** से लोगों के दिलों में घर बना लिया। वह बार गुजरात मॉडल का जिक्र किया करते थे, तो शायद जनता को लगा के यही हमारा वह [मसीहा] है जिसकी हमें काफी लंबे समय से तलाश थी. ऊपर से जनता कांग्रेस के घोटाले से भी परेशान हो ही चुकी थी जिनको हमने पिछली पोस्ट में लिखा था। एक बार जाकर आप उनको भी पढ़ सकते हैं.

BJP government 2014 प्रचार की कला

2014 का चुनाव प्रचार भी एक **महाकाव्य** की तरह था। BJP government 2014 हर सभा, हर रैली में **मोदी का करिश्मा** लोगों को मंत्रमुग्ध कर देता था। सोशल मीडिया से लेकर गाँव की गलियों तक, हर जगह मोदी की गूंज थी। Narendra Modi को ऐसे पेश किया जाता जैसे वह न केवल एक **नेता** थे, बल्कि एक **कहानी** थे, एक **प्रेरणा** थे। उन्होंने हर व्यक्ति को यह विश्वास दिलाया कि बदलाव संभव है, कि एक नया भारत संभव है।

अपने प्रचार में नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस को तीखे हाथों से लिया। और हर आदमी को यह सपना दिलाया कि कांग्रेस के तमाम काले धन को वापस लाकर वो हर एक को बांट देगा, जिससे हर एक के हिस्से में काम से कम 15 लख रुपएआएंगे। साथ-साथ वह अपने हर प्रचार के चुनावी कैंपियन में यह भी प्रचार करते हैं कि वह महंगाई को बिल्कुल कम कर देंगे और खासकर पेट्रोल और डीजल तो 30 से ₹35 पर लीटर मिलेगा। और यह ट्रिक नरेंद्र मोदी के जबरदस्त साबित हुई.

**कांग्रेस विरोधी लहर Anti-Congress wave

कांग्रेस सरकार के खिलाफ बढ़ते **असंतोष** ने भी BJP government 2014 की {narendar modi lahar { इस लहर को और ताकत दी। भ्रष्टाचार, घोटालों और अराजकता से तंग आ चुकी जनता ने **भाजपा** को एक मजबूत विकल्प के रूप में देखा। लोगों ने अपने **क्रोध** और **निराशा** को मोदी के समर्थन में बदल दिया।

2G घोटाला, और चारा घोटाला, के अलावा -निर्भया- जैसे बड़े कांड भी इस सरकार में लोगों केदूर होने के उनके एक कारण थे। इसके अलावा {UPA government} महगाई को भी काबू नहीं कर पा रही थी. जिससे लोगों में कांग्रेस के खिलाफ काफी आक्रोश पैदा हुआ। पर कुदरत की मार यहाँ कहां रुकने वाली थी इन सब के बाद एक और समस्या उत्पन्न हुई। रूपए में भारी गिरावट। जो मोदी लहर को और मजबूती प्रदान कर गयी।

**सपनों का साकार realization of dreams

नरेंद्र मोदी ने हर मंच से **विकास** और **सशक्तिकरण** की बात की। उन्होंने हर भारतीय के दिल में यह विश्वास जगाया कि उनका भी भविष्य उज्ज्वल हो सकता है। उनका नारा, "सबका साथ, सबका विकास," एक **जुमला** नहीं, बल्कि एक **वादा** था, जो हर व्यक्ति के दिल को छू गया।

2014 का आम चुनाव केवल एक राजनीतिक घटना नहीं थी, यह एक **जनआंदोलन** था, जिसमें हर व्यक्ति ने भाग लिया। मोदी की लहर ने देश को एक नई दिशा दी, एक नया मार्ग दिखाया। यह वह समय था जब भारत ने अपने **संविधान की आत्मा** को फिर से जीवंत होते देखा, जब हर नागरिक ने अपने भीतर एक **नई ऊर्जा** को महसूस किया।

BJP government 2014 का यह चुनाव एक **कविता** की तरह था, जिसमें हर पंक्ति, हर शब्द, हर वाक्य ने देश को एक नई उम्मीद दी, एक नया सपना दिया। नरेंद्र मोदी की लहर ने देश के कोने-कोने में **विश्वास** और **उल्लास** का संचार किया, जिससे भारत का भविष्य एक **नई रौशनी** में चमक उठा।

BJP government 2014 धर्म की राजनीति

BJP Government 2014


BJP government 2014 में विकास के तो नारे दिए साथ ही थे। साथ ही उसने ब्लैक मनी, जनता को बाँटना, और कांग्रेस के घोटालों से मुक्ति के साथ-साथ एक और नारा दिया जो था धर्म की राजनीति। बीजेपी ने कहा अगर हमरी सरकार आयी तो हम अयोध्या में राम मंदिर बनवाएंगे। जिससे हिन्दू समाज एक साथ हो उठा।

अयोध्या का मामला भारतीय राजनीती में हमेशा एक बड़ा चर्चा का विषय होता था, जिसको बीजेपी ने भरपूर भुनाया भी। बीजेपी ने Ram Mandir के मामले को कुछ ऐसे उठाया के पुराने इतिहास में फेर बदल करके अपने प्रचार कैंपेन में इस तरीके से दिखाया। [मुस्लिम शासको ने जबरदस्ती यहां पर मस्जिद बनाई और साथ ही हिंदुओं के साथ बड़े अत्याचार किए]. जिससे जनता को लगा कि हमें सच में आजादी BJP government 2014 के साथ ही मिलेगी।

निष्कर्ष BJP government 2014

BJP government 2014 के ऊपर हमारी यह पोस्ट आपको कैसी लगी आप हमें एक बार कमेंट सेक्शन में जरूर बताएं। वर्ल्ड वाइड हिस्ट्री इतिहास के पन्नों से खास आपके लिए कुछ खास लाती है. इस पोस्ट को आप अपने दोस्तों के शेयर करें। और कमेंट सेक्शन में यह बताने कोशिश करें कि यह पोस्ट किस तरीके से थी, और इसमें क्या कमी थी. और इसको किस तरीके से और ज्यादा better बनाया जा सकता था. History of Ranthambore


Thursday, September 5, 2024

bharat ka itihas 2010


परिचय: bharat ka itihas 2010 से 2024** के बीच एक उल्लेखनीय दौर रहा है, जिसमें देश ने राजनीतिक, आर्थिक, और सामाजिक क्षेत्रों में कई महत्वपूर्ण बदलाव देखे। इस समयावधि में भारत ने वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान को और मजबूत किया और कई चुनौतियों का सामना करते हुए अनेक उपलब्धियां भी हासिल कीं।

2010 से 2014: विकास और चुनौतियाँ

bharat ka itihas 2010 to 2024 के बीच कई महत्वपूर्ण घटनाओं और परिवर्तनों का गवाह रहा है। इस अवधि में राजनीतिक स्थिरता के साथ-साथ आर्थिक विकास भी देखा गया, लेकिन साथ ही कई मुश्किल चुनौतियों का भी सामना भी करना पड़ा। आइए इस अवधि के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा करें।

Political scenario

Political scenario

2010 से 2014 के बीच भारत में यूपीए ((United Progressive Alliance)) सरकार के नेतृत्व में राजनीतिक स्थिरता बनी रही। इस दौरान डॉ. मनमोहन सिंह देश के प्रधानमंत्री थे। UPA की सरकार 2004 में मनमोहन के Prime Minister बनते ही शुरू हुई।

पर इस सरकार में कुछ घटनाएँ भी हुई जिनकी वजह से UPA government मुश्किलों में आगयी। यहाँ मौका मिला BJP सरकार को अपना वर्चस्य बनाने का, इस मोके का BJP ने पूरा फायदा भी उढ़ाया। अगले 4 साल तक कांग्रेस गवरमेंट की जनता के सामने रत्ती भर भी इज्जत न रही। 2014 इलेक्शन में BJP ने बड़ी जीत दर्ज करके अपनी सरकार बना ली.

मुख्य राजनीतिक घटनाएँ:

2G spectrum scam

2G spectrum scam; भ्रष्टाचार के मामले: इस समयावधि में कई बड़े भ्रष्टाचार के मामले सामने आए, जैसे 2G स्पेक्ट्रम घोटाला और कोयला घोटाला। इन घोटालों ने UPA government की साख को बुरी तरह प्रभावित किया और जनता के बीच आक्रोश पैदा किया। तब जेक लिखा गया bharat ka itihas 2010 to 2024 का एक नया अध्याय।

अन्ना हजारे का आंदोलन: सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने 2011 में भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ा आंदोलन चलाया। उनका जन लोकपाल विधेयक की मांग ने सरकार पर दबाव बढ़ाया और भ्रष्टाचार के खिलाफ सशक्त कानून बनाने की दिशा में कदम बढ़ाए गए।

इस आंदोलन का भी BJP government को सीधा फायदा हुआ। पहले से ही मुश्किलों में घिरी हुई थी UPA government. ऊपर से अन्ना हजारे जैसे सामाजिक कार्यकर्ता ने एक बड़ा आंदोलन छेड़ दिया जो UPA government के बुरी तरह से पतन का कारण बना. Bharat Ka Itihas 2010 2011 की ये ऐतिहासिक घटना थी.

Economic Development Bharat Ka Itihas 2010

2010 से 2014 के बीच कई आर्थिक घटनाएं हुई. जिनका सीधा फायदा बीजेपी गवर्नमेंट को मिला। वह कहावत है ना [ जब ऊपर वाला देता है तब झप्पर फाड़ के देता है ] बस वही काम हुआ थाबीजेपी के साथ चलो इन घटनाओं के बारे में थोड़ा डिटेल से जानते हैं.

मुख्य आर्थिक घटनाएँ: Main economic events:

आर्थिक सुधार; ऐसा बिल्कुल भी नहीं है कि इस अवधि के दौरान UPA government ने कोई भी आर्थिक सुधार के लिए कदम नहीं उठाया, इस अवधि में सरकार ने कई आर्थिक सुधारों की शुरुआत की, जिससे निवेश का माहौल बेहतर हुआ और विदेशी निवेशकों का विश्वास भी बढ़ा।

इस समय जो गवर्नमेंट के सामने सबसे मुश्किल समस्या थी वह थी महंगाई, इस पर UPA government काबू नहीं कर पाई. जिससे लोगों के ऊपर बोझ बढ़ने लगा. अपने घर को खर्चको चलाने के लिए उन्हें बहुत मेहनत करने पड़ी। इस समयावधि में महंगाई एक बड़ी समस्या बनी रही। खाद्य पदार्थों और अन्य आवश्यक वस्तुओं की कीमतें बढ़ने से आम जनता को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा।

रुपये की गिरावट: 2013 में भारतीय रुपये की कीमत में भारी गिरावट देखी गई, जिससे देश के व्यापार संतुलन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा। रुपये की इस गिरावट ने आयातित वस्तुओं की कीमतें बढ़ा दीं और मुद्रास्फीति में वृद्धि की। एक तो पहले ही महगाई काफी थी ऊपर से ये रुपया। bharat ka itihas गवाह है के इसने कांग्रेस को अगली बार विपक्छ में बैठने पर मजबूर कर दिया।

Social change

bharat ka itihas 2010 से 2014 के बीच कई महत्वपूर्ण घटनाएँ और आंदोलनों ने देश को झकझोरा और सामाजिक परिवर्तन की दिशा में अहम कदम उठाए गए।

मुख्य सामाजिक घटनाएँ:

Nirbhaya incident:: 2012 में दिल्ली में हुए निर्भया कांड ने पूरे देश को हिला कर रख दिया। इस घटना ने महिलाओं की सुरक्षा के मुद्दे को प्रमुखता से उठाया और सरकार को कठोर कानून बनाने पर मजबूर किया।

Nirbhaya incident

निर्भया के इस कांड में BJP government ने आग में घी डालने का काम किया। Congress government पहले से ही मुश्किलों का सामना कर रही थी, जैसे ही यह कांड उभर के सामने आया तो उसकी रही सही साख भी चली गयी। यह बीजेपी के लिए एक नए सवेरे की शुरुआत थी।

महिला सशक्तिकरण: महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण के लिए कई महत्वपूर्ण कानून बनाए गए और योजनाओं की शुरुआत की गई। इसके तहत महिलाओं की शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के लिए विशेष ध्यान दिया गया।

पर यह सारे कानून कांग्रेस सरकार के काम नहीं आये, क्योंकि निर्भया जैसे और ज्यादा बढ़ गए थे जिससे महिलाओं के लिए उठाए गए सारे ठोस कदम और कानून बोने साबित हुए. बीजेपी नेअपने प्रचार कैंपियन में यह कहना शुरू कर दिया कि वह महिलाओं के लिए एक सेफ ठोस और जबरदस्त कानून लेकर आएंगे। जिससे महिलाओं का पूरा ध्यान बीजेपी की तरफ चला गया और कांग्रेस पूरी तरह से बेवकूफ पर आ गई.

Bharat Ka Itihas 2010 संक्षेप में

bharat ka itihas 2010 से 2014 के बीच का समय भारत के लिए मिश्रित अनुभवों का रहा। इस दौरान देश ने कई क्षेत्रों में प्रगति की, लेकिन साथ ही कई चुनौतियों का भी सामना किया। राजनीतिक स्थिरता के बावजूद भ्रष्टाचार के मामलों ने सरकार की साख को बहुत बुरी तरह प्रभावित किया।

वहीं आर्थिक सुधारों के बावजूद महंगाई और रुपये की गिरावट जैसी बड़ी समस्याएँ बनी रहीं। सामाजिक दृष्टिकोण से, इस अवधि में हुए महत्वपूर्ण आंदोलनों और घटनाओं ने देश को जागरूक और मजबूत बनाया। bharat ka itihas 2010 से 2014 यह अपने आप में एक काफी रोमांचक इतिहास भी है. जो इससे पहले भारत में शायद कभी नहीं लिखा गया होगा क्या पता शायद आने वाले कल मैं भी कभी ना लिखा जाए।

इस समयावधि ने भारत को आत्मनिरीक्षण का मौका दिया और भविष्य की दिशा में सुधार के लिए प्रेरित किया। Bharat Ka Itihas 2010 एक ऐसा समय रहा, जिसमें देश ने विकास और चुनौतियों दोनों का सामना किया और उनसे उबरने की कोशिश की। 


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Nasir Buchiya

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Hello, I am Nasir Buchiya. I am a history writer. Ancient Indian History, Gurjar Gotra, Rajputana History, Mewat History, New India etc.,
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