Friday, December 25, 2020

 Hi, a new post in this post. I will tell you about a product of imc what is Himalayan berry juice and what are its benefits. I will cover all this in this article today.

 इस पोस्ट में. imc के एक प्रोडक्ट के बारे में आपको बताऊंगा imc himalayan berry juice क्या है क्या इसके फायदे हैं. यह सब मैं आज इस आर्टिकल में कवर कर लूंगा

 

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imc himalayan berry juice
 के बारे में ज्यादा जानने से पहले मैं आपको बता दूं. यह imc कंपनी का प्रोडक्ट है आईएमसी कंपनी एक इंडियन नेटवर्क मार्केटिंग कंपनी है. जिसका पूरा नाम है. इंटरनेशनल मार्केटिंग कॉरपोरेशन (International Marketing Corporation) हिमालय बेरी जूस को आईएमसी कंपनी ही मैन्युफैक्चर करती है और यह हरिद्वार में होता है.

वर्ष 2007 में, एक स्वस्थ और समृद्ध समाज सुनिश्चित करने के मिशन के साथ, डॉ अशोक भाटिया और श्री सत्यन भाटिया ने आईएमसी शुरू करके एक आंदोलन शुरू किया, जो हर व्यक्ति को फिट और आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनाएगा।


हिमालयन बेरी क्या है (what is himalayan berry)


हिमालयन बेरी, जिसे सी बकथॉर्न फल के रूप में भी जाना जाता है, आपके संपूर्ण स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए उत्कृष्ट रूप से तैयार किया गया है। हिमालयन बेरी (संजीवनी बूटी) जड़ी बूटी सिंध नदी के आसपास के क्षेत्र में लेह में कंटीली झाड़ियों पर उगती है, जहाँ का तापमान (-35 C) से (-40C) तक होता है और ऑक्सीजन का स्तर काफी कम हो जाता है, 

लेकिन भगवान ने हिमालयन बेरी को भरा रखा है। ताकि लोग इसके उपयोग से अपनी ऑक्सीजन की आवश्यकता को पूरा कर सकें। इसके फल, बीज, पत्ते और झाड़ियाँ औषधीय गुणों से भरपूर होती हैं और औषधियों में उपयोग की जाती हैं। हिमालयन बेरी एंटी-एजिंग, एंटी-बीमारी और एंटी-ऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर है। इसे ऑक्सीजन, विटामिन और खनिजों से भरा भंडार कहा जाता है,

 विशेष रूप से विटामिन सी। हिमालयन बेरी में दुनिया के सभी फलों और सब्जियों की तुलना में 4 से 100 गुना अधिक विटामिन सी होता है, जो विटामिन सी के समृद्ध स्रोत हैं। की सामग्री हिमालयन बेरी में विटामिन सी आंवला की तुलना में 20 गुना अधिक होता है। इसमें 400 से अधिक पोषक तत्व होते हैं और यह विभिन्न विटामिन- सी, ए, ई, बी -1, बी -2, 25 खनिज और 18 अमीनो एसिड से भरपूर होता है। 

यह सभी आयु वर्ग के लोगों के लिए बहुत उपयोगी है और इसका कोई दुष्प्रभाव नहीं है। सभी आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर, यह जूस आपको स्वस्थ, फिट और सक्रिय रखने में मदद करता है और आपको लंबे समय तक जीने में सक्षम बनाता है। हिमालयन बेरी "सुपरफ्रूट" की स्थिति का सही हकदार है, यह एंटी-ऑक्सीडेंट से भरा हुआ है और इसमें एंटी-एजिंग प्रभाव पड़ता है। 

इन जामुनों से निकाला गया रस बिना किसी संभावित दुष्प्रभाव के 100% प्राकृतिक है। मानसिक, शारीरिक और यौन कमजोरी को दूर करने में उत्कृष्ट, यह आपको दिन भर सक्रिय रहने के लिए सही किक देता है। आज ही अपना पैक प्राप्त करें और अच्छे स्वास्थ्य और जीवन का अमृत घर ले आएं।



हिमालयन बेरी जूस (himalaya berry juice) 


हिमालय बेरी (imc himalayan berry juice) को अंग्रेजी में बकथार्न फ्रूट कहा जाता है. यह ले लद्दाख के सिंधु नदी के आसपास कांटेदार झाड़ियों में पाया जाता है. पौराणिक कथाओं में भी इसका उल्लेख संजीवनी बूटी के रूप में आता है कहा जाता है कि युद्ध में जब लक्ष्मण जी बेहोश हो गए थे तो भगवान राम ने हनुमान जी को जिस बूटी को लाने के लिए हिमालय पर्वत पर भेजा था वह संजीवनी बूटी लेह लद्दाख में पाए जाने वाली हिमालय बेरी ही थी. हिमालय बेरी एक वनस्पति है इसका उपयोग चिकित्सीय कार्य के लिए किया जाता है.





Properties of Himalayan Berry


यह प्रत्येक उम्र के स्त्री पुरुषों तथा बच्चों के लिए लाभप्रद है
इसके फल में एस्कोबिकन, फॉलिक एसिड, कैरोटीनौईड, टैनिन रूटीन (विटामिन पी) विटामिन सी, ए और ई ऐक साथ पाए जाते हैं. इसमें 24 मिनरल्स और 18 एमिनो एसिड है.
imc himalayan berry juice
एंटी ऑक्सीडेंट, एंटी एजिंग, और एंटी डिसीज है। । इसमें ऑक्सीजन । विटामिन एवं मिनरल्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं.
संसार में जितने भी फलों में विटामिन सी पाया जाता है उसके मुकाबले हिमालय बेरी में 4 से 100 गुना अधिक विटामिन सी पाया जाता है.
इसका प्रयोग घटिया गैस्ट्रिक अल्सर संक्रम बीमारियों के कारण त्वचा पर चकत्ते का इलाज के लिए किया जाता है
हिमालय बेरी के ऑर्गेनिक कंपाउंड में एंटी ऑक्सीडेंट उच्च मात्रा में पाए जाते हैं जो फ्री रेडिकल्स को बेअसर करने में मदद करते हैं

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What is free radicals फ्री रेडिकल्स क्या है

रेडिकल तत्वों का एक समूह है जो यौगिकों में एक रासायनिक तत्व की तरह व्यवहार करता है। .. एक रैडिकल में एक असंबद्ध आत्मीयता होती है, जो इसे आम तौर पर असंबद्ध अवस्था में स्थिर नहीं बनाती है, हालांकि कुछ रेडिकल, जैसे कार्बोनिल (CO) और नाइट्रोसिल (NO) अलग-थलग पाए गए हैं। रेडिकल अकार्बनिक और कार्बनिक दोनों हो सकते हैं।


फ्री रेडिकल्स एक वायरस है यह हमारे त्वचा को नुकसान पहुंचाते हैं. इसके बहुत सारे नुकसान हैं. इससे इंसान जल्दी बुड्ढा होने लग जाता है. फ्री रेडिकल्स अगर शरीर में आ जाएं तो चेहरे पर झाइयां आ जाती हैं. शरीर से करने लग जाता है इस पर मैं एक पूरी डिटेल के साथ वीडियो बनाया हूं, जो आप यहां से देख सकते हैं





हिमालयन बेरी जूस के फायदे (Benefits Himalayan Berry Juice)


  • यह कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करने में मददगार है| 
  • और शरीर में फैटी एसिड को संतुलित रखता है हिमालयन बेरी जूस बुरे कोलेस्ट्रॉल को खत्म करने में लाभकारी है| 
  • हार्ड अटैक और स्ट्रांग के खतरे को कम करने में सहायक है जिससे दिल स्वास्थ्य रहता है।
  • हिमालयन बेरी जूस ब्लड शुगर एवं उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने का बहुत अच्छा स्रोत है| 
  • यह अल्सर अस्थमा और छाती के दर्द में भी फायदेमंद है|

  • कुछ लोग सनबर्न रोकने के लिए चेहरा पर हिमालयन बेरी का प्रयोग करते हैं यह जूस रोगाणु और बैक्टीरिया को मारने में लाभदायक है त्वचा रोगों के लिए यह बेहद उपयोगी है. 
  • यह मुहासे शुष्क त्वचा एक्जिमा त्वचा अल्सर और त्वचा की रंगत को निखारने में भी लाभदायक है|
  • पोषक तत्वों से भरपूर, यह आपके संपूर्ण स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मदद करता है।
  • विभिन्न जटिलताओं से जिगर और हृदय की रक्षा करता है। 
  • मानसिक, शारीरिक और यौन दुर्बलता को दूर करता है। 
  • सर्दी, मोटापा, रक्तचाप, श्वास विकार आदि जैसी विभिन्न स्वास्थ्य बीमारियों को रोकने में मदद करता है।



हिमालयन बेरी कहां होती है (where is the himalayan berry)



हिमालय बेरी भारत के कई हिस्सों में पाई जाती है। लद्दाख और हिमाचल साइड उत्तराखंड में भी बेरी देखी जाती है। तेलंगाना में भी देरी कहीं-कहीं पर देखी जा सकती है। लगभग भारत के सभी इलाकों में भारी होती है। लेकिन इन सब इलाकों में यह नाम मात्र को ही होती है। बेरी सबसे ज्यादा लेह लद्दाख साइड होती है यहां इसके सबसे ज्यादा भंडार होते हैं। (
IMC Himalayan Berry Juice) को कंपनी लद्दाख में ही पैक करती है क्योंकि सब का सबसे बड़ा खजाना इसका वही है। हिमालय बेरी भारत में सबसे ज्यादा आईएमसी के हिस्से में ही है। 90 परसेंट इस पर आईएमसी का कब्जा है।




Himalayan Berry Juice price


अगर आप हिमालय बेरी जूस को मार्केट से खरीद कर लाएंगे तो यह 670 ₹ की पड़ेगी. वहीं अगर आप इसको आईडी रेट से खरीदेंगे तो यह आपको ₹510 की पड़ेगी.

प्रिंट रेट:-     675 500ml
ऑडी रेट:-    520
बिजनेस वॉल्यूम

अगर आप आईएमसी में ज्वाइन हैं तो आपको डबल इसके बेनिफिट हैं अगर आप आईएमसी में ज्वाइन नहीं है तो यहां क्लिक करिए और आईएमसी में ज्वाइन हो जाइए और इस प्रोडक्ट का आप डबल तरीके से फायदा उठाइए इसके फायदे मैं आपको ऊपर बता ही चुका हूं कि इसके क्या क्या फायदे हैं यह बहुत ही अच्छा और सस्ता प्रोडक्ट है
यह प्रोडक्ट बिल्कुल ऑर्गेनिक है


कैसे इस्तेमाल करे (HOW TO USE)


हिमालयन बेरी जूस की 30 मिली को 250 मिली पानी में रोजाना सुबह लें या चिकित्सक के निर्देशानुसार लें। सोने से पहले इसका इस्तेमाल करने से बचें। imc kiya hai jane 


 

उपसंहार Epilogue


उम्मीद करता हूं आपको मेरा यह आर्टिकल पसंद आया होगा. imc Himalaya Berry Juice मैंने इसमें पूरे विस्तार से और डिटेल में समझाने की पूरी कोशिश की है आप मुझे ईमेल से सब्सक्राइब कर ले और अपनी प्रक्रिया कमेंट में जरूर दें थैंक्स फॉर रीडिंग
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Monday, December 21, 2020

 हाय आज के इस पोस्ट में मैं आपके लिए बहुत खास लेकर आया हूं imc business इसे पहले भी मैं इस पर कई टॉपिक लिख चुका हूं लेकिन यह थोड़ा अलग है तो चलिए जानते हैं कि इसमें क्या नया है. 

Hi I have brought something very special for you in this post today, I have already written many topics on it but it is a bit different, so let's know what is new in this

 

imc


इससे पहले मैंने नेटवर्क मार्केटिंग के ऊपर कई आर्टिकल लिखे हैं जिनमें मैंने आईएमसी का भी जिक्र किया है लेकिन यह एक अलग ही  इससे आप बहुत कुछ सीखने को मिलेगा.

Before this, I have written many articles on Network Marketing, in which I have also mentioned IMC, but this is a different article, you will learn a lot from it.

 

IMC क्या है थोड़ा इसके बारे में पहले बता देता हूं उसके बाद मैं आपको बताऊंगा कि imc business kaise kare
What is IMC, let me tell you a little about it, after that, I will tell you that imc business Kaise Kare


imc


दोस्तों यह तो आप सभी जानते हैं कि इंडिया में नेटवर्क मार्केटिंग का बिजनेस बहुत ही तेजी से फैल रहा है नेटवर्क मार्केटिंग बीते कुछ सालों में काफी तेजी से विस्तार कर रहा है लॉकडाउन जैसी आपदा में भी नेटवर्क मार्केटिंग बहुत ही काम और सबसे ज्यादा इनकम देने वाली एक बिजनेस साबित हुई थी सभी लोगों के लिए वैसे नेटवर्क मार्केटिंग में बहुत सारी इंडिया में कंपनी है लेकिन मैं आज बात करूंगा आई आईएमसी के बारे में
Friends, you all know that the network marketing business in India is expanding very fast. Network marketing is expanding very fast in the last few years, even in a disaster like a lockdown, network marketing is very useful and the most income Was proved to be a business for all people, although there is a lot of company in network marketing in India, I will talk today about IMC|.



imc kya hai what is imc

इसकी पूरी प्रोफाइल कब और कहां स्टार्ट हुई इसके बारे में मैं एक आर्टिकल लिख चुका हूं जो आप यहां से पढ़ सकते हैं आईएमसी एक नेटवर्क मार्केटिंग कंपनी है। या यह कह लीजिए डायरेक्ट सेलिंग कंपनी है।
I have written an article about when and where its complete profile started, which you can read from here IMC is a network marketing company. Or let's say it is a direct selling company.


imc business Kaise Kare


दोस्तों यही मेरा ब्लॉग लिखने का मेन टॉपिक है और इस पर में इसलिए लिख रहा हूं के बहुत सारे लोग मुझसे फील्ड में और ब्लॉग और फेसबुक पर यही सवाल करते हैं कि आईएमसी का बिजनेस कैसे करें। IMC और IMC business kaise kare जाने कुछ free tips hindi
Friends, this is the main topic of writing my blog and I am writing on this because a lot of people ask me this question in the field and on blogs and Facebook how to do IMC business.

आईएमसी का बिजनेस करने से पहले आप यह बातें जरूर जान ले आईएमसी का बिजनेस 1 दिन का बिजनेस नहीं है आईएमसी में सक्सेस 1 महीना 2 महीना 6 महीना या साल भर में आपको मिलेगी नहीं इस में सक्सेस होने के लिए आपको सालों 2 साल मेहनत करनी पड़ेगी।
Before doing the IMC business, you must know these things. IMC business is not a 1-day business. Success in IMC will not be available in 1 month, 2 months or 6 months, or throughout the year, you will have to work hard for 2 years to get success in it.


आईएमसी बिजनेस कंपटीशन IMC Business Competition


आईएमसी ने पिछले कुछ सालों से अच्छी ग्रोथ की है और अपने एसोसिएट को 125 परसेंट पैसे जो बांटती है साथ ही इसमें हर एक ज्वाइन होना चाहता है हर कोई चाहता है कि मैं आईएमसी के साथ काम करूं और अपना कैरियर सफल कर सकूं इसी के साथ-साथ अब इसमें कंपटीशन भी हो चुका है जाहिर सी बात है जब कहीं ज्यादा लोग होंगे तो वहां कंपटीशन ज्यादा ही होगा।
IMC has made good growth for the last few years and the 125% of the money that it gives to its associate as well as everyone wants to join it, everyone wants me to work with IMC and make my career a success. Along with this, competition has already taken place. Obviously, when there are more people, there will be more competition.

 

Work hard to succeed in IMC Business

आईएमसी एक बहुत बड़ी कंपनी है और इंडिया की नेटवर्क मार्केटिंग में आज नंबर वन कंपनी है अगर आप इस में काम करते हैं तो यह आपके लिए बेशक गर्व की बात है लेकिन साथ ही साथ इसमें सक्सेस पाने के लिए अब आपको बहुत ही कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी क्योंकि आईएमसी में डैली हजारों लोग ज्वाइन होते हैं जिनमें से सैकड़ों लोग काम भी छोड़ देते हैं क्योंकि वह कंपनी के प्लान को नहीं समझ पाते हैं और ना ही वह कंपनी के बारे में ज्यादा जानते हैं
IMC is a very big company and today is the number one company in network marketing in India, if you work in this, then it is definitely a matter of pride for you but at the same time, you have to work very hard to get success in it. Because IMC joins thousands of people, out of which hundreds of people leave work because they do not understand the company's plan and neither do they know much about the company.



One last job to be successful in IMC

मैं मानता हूं कि आई एम सी में बेशक कॉन्पिटिशन है लेकिन ऐसा नहीं है कि आप इसमें सक्सेस नहीं हो सकते इसमें बहुत से लोग ऐसे हैं. बल्कि मैं कहूंगा लाखों से भी ज्यादा लोग इसमें सक्सेस हुए हैं और हो रहे हैं डैली हजारों लोग इसमें सक्सेस पा रहे हैं बस आपको कंपनी में लगातार काम करते रहना है. अपने आप पर विश्वास रखना है साथ ही साथ कंपनी के जो प्लान हैं उनको समझना है और उनके हिसाब से आपको काम करना है उनकी मीटिंग और ट्रेनिंग को अटेंड करना है मैं आपसे गारंटी के साथ कहता हूं आप जरूर सक्सेस हो जाएंगे. 
I agree that IMC is definitely competition but it is not that you cannot be successful in it, there are many people in it, but I would say that more than millions of people have been successful in it and there are thousands of people getting success in it. You just have to keep working continuously in the company. You have to believe in yourself as well as understand the plans of the company and according to them, you have to work. Attend their meeting and training. I tell you with a guarantee. I am sure you will be successful.


Join imc  click




Friday, December 11, 2020

 ट्रिपल तलाक क्या है, talaq kiya hai,  निकाह क्या है और हलाला क्या है Nikah kiya hai,  Halala kya hai, तलाक के बाद इद्दत, iddat kiya hai, tarik jamil


Talaq kya hai




ट्रिपल तलाक क्या है आज की इस पोस्ट में हम जानेंगे ट्रिपल तलाक के बारे में ट्रिपल तलाक क्या है और क्यों इसका दुनिया भर में विरोध हो रहा है ‌।


ट्रिपल तलाक क्या है -  What is triple talaq

ट्रिपल तलाक इस्लाम में महिलाओं का एक मौलिक अधिकार है‌‌। इस्लाम इस बात की पूरी आजादी देता है अगर आप एक दूसरे के साथ खुश नहीं है तो आप खुशी-खुशी एक दूसरे से जुदा हो सकते हैं । यानी  तलाक ले सकते हैं ‌‌।


तलाक के बाद इद्दत Iddat kiya hai

तलाक के बाद मुस्लिम महिला अपने मायके आ जाती हैं । और उसे इद्दत का नियम पालन करना होता है । इसमें 3 महीने 10 दिन तक किसी भी पराए मर्द के सामने नहीं आना होता है । जिससे वह गर्भवती हो तो इसका पता किया जा सके । और इसके बच्चे को जायज माना जा सके । बस यही दत्त का एक कारण है जो जरूरी है ‌‌।


ट्रिपल तलाक ले सकते हैं या नहीं

ट्रिपल तलाक की इस्लाम ने पूरी आजादी दी है ऊपर भी मैं आपको बता चुका हूं इस्लाम में ट्रिपल तलाक बिल्कुल ले सकते हैं लेकिन आज कल हिंदुस्तान के गवर्नमेंट को ना जाने क्या बात चल रही है जो इस्लाम के शरीयत जो कानून है उन को बदलने की ही वह सोच रहे हैं हर एक फैसला वह इस्लाम के खिलाफ ला रहे हैं ‌‌।


निकाह और हलाला क्या है Nikah kiya hai,

निकाह और हलाला यह दो अलग-अलग चीजें हैं‌। जिनको मैं अलग अलग करके ही आपको समझाऊंगा ‌।


निकाह क्या है - nikah kiya hai

निकाह क्या है मैं आपको अच्छी तरह से समझाने के लिए आसान भाषा का इस्तेमाल करता हूं ‌। निकाह एक कांटेक्ट है ‌। जब एक दूसरे से निकाह होता है‌। कांटेक्ट साइन किया जाता है हम एक दूसरे के साथ उम्र साथ रहेंगे हमेशा एक दूसरे के सुख दुख में काम आते रहेंगे एक दूसरे पर हमेशा भरोसा करेंगे और एक दूसरे का हमेशा साथ देंगे ‌।निकाह के कांटेक्ट में यही सब चीजें होती हैं जिनको अरबिक भाषा में निकाह कहा जाता है


हलाला क्या  है  - What is halala

हलाला तलाक देने के बाद पति और पत्नी अलग-अलग निकाह किसी दूसरे से करना चाहे तो कर सकते हैं और अपना जीवन यापन कर सकते हैं इसमें कोई अचरज नहीं है और ना ही किसी को इस बात के कोई खिलाफ है‌। लेकिन अक्सर देखा गया है, कि तलाक के बाद भी कई लोग उसी के साथ निकाह करना चाहते हैं, जिससे वह पहले निकाह कर चुके हैं, इसके लिए कुरान की आयत 232 में बताया गया है इस प्रकार है 


"पहले शौहर से तलाक के बाद औरत शादी कर लेती है लेकिन दूसरा शोहर भी उसे तलाक दे देता है या मर जाता है तब औरत के इद्दत अवधि पूरी कर लेने के बाद अगर दोनों (पूर्व पति पत्नी) को परस्पर  विश्वास है तो वह फिर एक हो सकते हैं इससे दूसरे पति से तलाक या उसकी मृत्यु सहयोग होना चाहिए


नोट:- इसमें पहले पति से दोबारा निकाह करने के लिए दूसरे व्यक्ति से निकाह करने का प्रावधान ही नहीं किया गया है केवल यह संयोग की परिस्थितियों में ही मान्य किया गया है


कुरान की इस आयत में हलाला के विषय में कुछ भी नहीं कहा गया है हलाला जरूरी है लेकिन आज के मौलवियों ने इस कुरान की आयतों को तोड़ मरोड़ कर पेश कर दिया और इसके अनुसार तलाक होने के बाद यदि महिला पहले पति से ही दोबारा निकाह करना चाहती है या उसका पति उससे दोबारा निकाह करना चाहता है,  तो इस महिला को पहले किसी अन्य व्यक्ति से निकाह करके शारीरिक संबंध बनाने होंगे ‌।  जिसके बाद दूसरा शोहर महिला को तलाक दे देगा, जिसके बाद ही महिला पहले पति से निकाह कर सकती है ।

इसी प्रथा को ही हलाला निकाह कहा जाता है ‌। इसमें अलग-अलग एक तेरा साथ मौलवियों में हैं मैं भी इसके खिलाफ हूं कि हलाला हो । हालांकि यह मेरी अपनी राय है जाति ‌।


यह भी पढ़ें:- dajjal kon hai


ट्रिपल तलाक क्या है ‌( हलाला और निकाह ) क्या है के विषय में जानकारी उपलब्ध कराई है,  यदि इस जानकारी से संबंध आपके मन में किसी प्रकार का सवाल आ  रहा है  अथवा इससे संबंधित अन्य कोई जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो कमेंट बॉक्स के माध्यम से पूछ सकते हैं‌। हम आपके द्वारा की गई प्रतिक्रिया और सुझावों का इंतजार कर रहे हैं


यह भी पढ़ें:- दाद खाज खुजली का आयुर्वेदिक इलाज


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इस्लाम जो है वह शरीयत है और इस्लामी शरीयत के कानून को ही मानता है


Wednesday, December 9, 2020

general knowledge, जर्नल नॉलेज, गाय का दूध पवित्र क्यों माना जाता है, bhagwan को प्रसाद क्यों चढ़ाते हैं, shankar bhagwan, vishnu bhagwan kon hai


गाय का दूध पवित्र क्यों माना जाता है 


इस आर्टिकल में मैं आपको कई तरह की चीजें बताऊंगा 

  1. Gai ka doodh Pavitra Kyun Mana jata hai जैसे गाय का दूध पवित्र क्यों माना जाता है 

  2. भगवान को प्रसाद क्यों चढ़ाते हैं  bhagwan ko Prasad kyun chadhate hai
  3.  सिख किसे कहते हैं  Sikh Kise kehte hain
  4.  क्यों लगाते हैं मस्तक पर तिलक क्यों              kyun lagate Hain Mustak par teeka


तो चलिए दोस्तों हम आपको ले जाते हैं सबसे पहले आर्टिकल पर एक गाय का दूध पवित्र है और कैसे हैं

general knowledge गाय का दूध पवित्र है तो कैसे 




दोस्तों यह तो हम सभी जानते हैं कि गाय का दूध पवित्र होता है ‌।
वैज्ञानिकों ने भी गाय के दूध में बहुत सारे गुण बताएं हैं ‌।
गाय के दूध में बहुत सारे प्रोटीन होते हैं जो हमारे शरीर के लिए बहुत जरूरी है और बहुत ही ज्यादा फायदेमंद है पर इस बात से गाय का दूध पवित्र नहीं साबित होता‌।
कोई बात नहीं आपका यह भाई आज आपको बता देगा कि गाय के दूध को पवित्र क्यों माना जाता है ‌।




पोस्टिंग एवं सद्गुण प्रधान गाय का दूध देवताओं को चढ़ाया जाता है धर्म शास्त्रों में गौ दुग्ध को सूची माना गया है गाय के दूध के सेवन से संग्रहणी शोध आधी रोग नष्ट हो जाते हैं यह सफलता मोटापा और मैदा धिरडी को भी दूर करता है इसमें प्रोटीन एवं विटामिन उचित मात्रा में पाए जाते हैं जो बालकों के लिए आधी अति उत्तम है मां के दूध के बाद डॉक्टर बच्चे को गाय का दूध पिलाने की सलाह देते हैं .

बस दोस्तों यही कारण है कि गाय को दूध को पवित्र माना जाता है



bhagwan को परशाद कियों चढातें हैं 




  shanker bhagwan प्रभु की कृपा से जो कुछ अन्य जल हमें प्राप्त होता है वह हमें प्रभु ही देता है आप उसे किसी भी नाम से जाने लेकिन हमें देता ऊपर वाला ही है उसमें से अगर कुछ प्रभु का प्रसाद मानकर प्रभु को उपस्थित करना कृत्य दगा प्रकट करने के साथ मानवीय सदगुण भी है भगवान को भोग लगाकर ग्रहण किया जा नॉवेल अन्य दिव्य माना जाता है भगवान को प्रसाद चढ़ाना आस्तिक होने के गुण को प्रेरित करता है |


 vishnu bhagwan  और दूसरा कारण यह है


 आपका जो रुपया पैसा होता है वह आपके पास आता है लेकिन किस किस जगह से होते हुए आता है आप भले ही सज्जन आदमी हैं लेकिन आप से पहले जिसके पास वह था वह पता नहीं कैसा आदमी था उसने चोरी किया था डकैती डाली थी या किसी का पर्स काटा था जो भी था तो भगवान को प्रसाद इसीलिए चढ़ाया जाता है ताकि आपका रुपया अपवित्र हो जाए बस इसी कारण से यही तो कारण है कि भगवान को प्रसाद चढ़ाते हैं

क्या आपको पता है कि श्री पवन पुत्र हनुमान जी को तिलक क्यों लगाया जाता है


Sikh kon hai ~  सिख किसे कहते हैं यानी सरदार 



जो गुरु मुख से सीख शिक्षा उपदेश लेकर हिंदू धर्म की रक्षा के लिए युद्ध Bhoomi में कूदे वह Sikh कहलाए
जब मुसलमान शासकों ने हिंदुओं पर अत्याचार करना आरंभ किया तब धर्म रक्षा के लिए सिंह अथार्थ शेर की बनती पांच ककार कड़ा केश कंघा कक्ष कठार धारण कर Sastruaon का नाश करने के लिए चल पड़ा इन व्यक्तियों में जो प्रमुख कूदे चीफ हुए थे
वह सरदार कहे गए थे
प्राचीन काल में प्रत्येक हिंदू का पांचवा पुत्र गुरुद्वारे को आमंत्रित किया जाता था दशमेश पिता श्री गुरु गोविंद सिंह जी हिंदू धर्म के रक्षक और सिरमौर सिर का ताज कहे गए थे उन्होंने अपने दम मस्त ग्रंथ में यह घटना की सकल गज गजल में खालसा पंथ गाजे जगे धर्म हिंदू भंड भाजे इसीलिए दोस्तों सिख सरदार को शिक कहा जाता है

tulsi kiya hai ~ तुलसी के पौधे को लोग घर के आंगन में क्यों लगाते हैं 


तुलसी का पौधा हिंदू परिवार की एक पहचान है
तथा साथ ही उसकी धार्मिकता एवं सत्य भावना का परिचय भी देता है
हिंदू शास्त्र में तुलसी पूजन अपने सौभाग्य एवं वंश वृद्धि की कामना से करती हैं
रामायण कथा में वर्णित प्रसंग के अनुसार रामदूत हनुमान जी सीता का पता लगाने जब समुद्र लंका लंका गए तो वहां उन्होंने एक घर के आंगन में तुलसी का पौधा देखा जो कि विभीषण का घर का तात्पर्य यह है
कि तुलसी पूजन की प्रथा प्राचीन काल से चली आ रही थी बस इसीलिए तुलसी के पौधे को घर के आंगन में लगाते हैं


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हलाला की अपनी नई पोस्ट


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dajjal दज्जाल कौन है कहां है और कब आएगा । dajjal in quran क्या कहता है, इस बारे में आप नहीं जानते ना यह सब कोई बात नहीं आपका यह भाई आपको जरूर बता देगा 



अगर आप dajjal के बारे में पूरा जानना चाहते हैं तो मेरे अगले आर्टिकल को भी पढ़ें क्योंकि यह संभव नहीं है कि dajjal की पूरी स्टोरी को मैं एक ही आर्टिकल में लिख पांऊ

दोस्तों शुरू करने से पहले मैं आपको बता दूं कि dajjal एक बहुत ही बड़ा फितना है जो अभी तक दुनिया में आया तो नहीं है पर उसके असर जाहिर होते हुए नजर आ रहे हैं
दोस्तों मैं इस पोस्ट को इसीलिए लिख रहा हूं ताकि दज्जाल के आने से पहले हर एक आदमी के कानों तक यह बात पहुंच जाए कि दज्जाल का कितना बड़ा 
फितना है और दज्जाल एक सरासर धोखा है जिसको अल्लाह पाक ने कुरान में भी बयान किया है |



dajjal in quran  दज्जाल के बारे में क्या फरमाया |

दज्जाल एक बहुत बड़ा कितना है इसकी संगोई हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहो अलेही वसल्लम ने पंद्रह सौ साल पहले ही कर दी थी ‌। कहा था मेरी उम्मत दज्जाल के फितने  से बचना ‌। वह खुली गुमराही है वह तुम्हें जहन्नुम में धकेल देगा ‌। अल्लाह दुआ करना के या अल्लाह हमें दज्जाल के फिटनेसे महफूज फरमा ‌‌।



हजरत हबीब आजमी रहमतुल्लाह अलैह का हिस्सा भी आप यहां पर पढ़ सकते हैं क्लिक करें

           

dajjal दज्जाल कौन है कहां है और कब आएगा 


  1. dajjal दज्जाल एक आंख से काना होगा
  2. dajjal दज्जाल कोई खुदा नहीं होगा वह बल्कि खुद ही खुदाई का दावा करेगा
  3. dajjal दज्जाल जो चाहे करेला क्योंकि अल्लाह ताला ने उसको छूट दी हुई है 
  4. dajjal दज्जाल के माथे पर काफिर लिखा हुआ होगा

  5. dajjal दज्जाल सबसे कहेगा कि मैं ही खुदा हूं मुझे ही सजदा किया जाए जब कोई उससे कहेगा कि अगर आप खुदा हैं तो बारिश बरसा दीजिए वह कहेगा बारिश हो जाए तो बारिश हो जाएगी कोई कहेगा कि मेरे मां बाप मर गए हैं वह कहेगा कि फला फला जिंदा हो जाएं वह जिंदा हो जाएंगे पर पर हकीकत ऐसा नहीं होगा क्योंकि मैंने पहले ही बताया था कि शैतान उसके साथ होगा शैतान उसकी शक्ल बनाकर उसके सामने आ जाएगा और उसको लगेगा कि यही मेरे मां-बाप हैं लेकिन असल में वह शैतान होंगे शैतान को यह सब अल्लाह ने इख्तियार दे रखा है |

dajjal दज्जाल कौन है कहां है






Article ke liye maine kuchh kitab ka
नाम लिख रहा हूं जिनमें से ही मैं आपको ये आर्टिकल बताऊंगा आप इसको देख भी सकते हैं और कभी भी एक किताब मंगवाकर पड भी सकते हैं और यह सब किताबें ही यहुद व नसारा की ही लिखी हुई है


1, SELA AVRAHAM: "ABDULLAH BIN HUSSAIN",
THE CONTINUUM POLITICAL ENCYCLOPEDIA OF THE  MIDDLE EAST, NEW YEAR CONTINUUM.

2, "JARDEN AND 1948: THE PERSISTENCE OFFICIAL HISTORY",
3, AVE SHLAIM: THE WAR OF PALESTINE",
CAMBRIDGE UNIVERSITY RESS (2001).
दो किताब और भी है जिनका नाम मैं आपको आगे दूंगा पर मैं अभी आपको थोड़ा बताता हूं


    dajjali दज्जाली निजाम के क्याम  की दस्तावेज


दजजाली निजाम के कयाम की दस्तावेज ‌। यहां से अब थोड़ा ध्यान से पढ़िए हमें गैर यहूदी की तालीम वे तबीयत इस तरह करनी चाहिए कि अगर वह ऐसा करने लगे जिस देश कटने की जरूरतों को आवश्यक होकर उसे छोड़ दें ‌।
अमल की आजादी से पैदा होने वाला तनाव जब किसी और की आजादी से टकराता है, तो कुव्वतों  को खत्म कर देता है,  इस टकराव से सख्त अखलाक की मायूसी और नाकामी  पैदा होती है‌। 
इन तमाम मिलो से हम गैर यहूदी को कमजोर कर देंगे । और वह हमें ऐसी बकवास करने पर मजबूर हो जाएंगे‌। दुनिया की तमाम कोवत असद दूध की राह अपनाए बगैर,  आहिस्ता आहिस्ता हमारे अंदर जम हो जाएंगे, हमारी कुवैत सुपर ताकत बन जाएगी, आज के हुक्मरानों के बजाय हम ऐसा हुआ काम करेंगे जैसे गवर्नमेंट एक मिनिस्टर खिलाएगी उसके हाथ अपराध है, आलम में जितने की तरह से ले होंगे उसकी तंजीम किसने बड़ी होगी कि अफवाह में आलम खोजें करके ही दम लेगी।

इस किताब में आप देख सकते हैं
(दस्तावेज नम्बरी4: एक ईन्तिहाई या इख्तियार मरकजी हकूमत का इर्तिका, स०: 203)

आगे   वह लिखते ह

 हमारी सरगर्मीयोंं पर निगरानी और उन्हें महदूद करना किसी के बस की बात नहीं है | हमारी सुपर गोरमेंट (आला हुकूमत , मावरा हुकूमत ) इन गैरकानूनी हालात ने भी काईम व दाईम रहती है जिनको  "" मुतलकुल ईनानी""जैसे तस्लीम शुदा कवि लफ्ज़ के जरिए बयान किया जाता ह | मैं इस पोजीशन में हूं की आप को साफ तौर पर बता सकूं कि एक मुनासिब वक्त पर हम कानून देने वाले होंगे |  हम फैसले व सजाऐं नाफिज करेंगेे  |  हम फासिंसां देंगे और माफ़ नहीं करेंगे
हम अपने सिपाहियों के  सिपहसालार  के तौर पर काईद के  मुकाम तक पहुंचे हुए हैं
 हम कुव्वते ईरादी के बलबूते पर हुक्मरानी करते हैं क्योंकि हमारे पास दोरे माजी की एक ऐसी ताकतवर पार्टी के हिस्से बिखरे हैं जिसे अब हमसे छीन लिया गया है

(Dastavaz nm8:sahiviniya ki mutlakul inani, s 218)


इमाम हसन बसरी का बयान दज्जाल के बारे में इमाम हसन बसरी का किस्सा भी एक बेहतरीन किस्सा है उनके बचपन के दिन उनके उनके आजमाइश के दिन उनके जवानी के दिन क्लिक कर क्या जाने



यह जो इक्तिबास जिस किताब से लिए गए हैं उसके बहुत से नाम है
इसका मशहूर नाम ""प्रोटोकॉल्ज"" है
उर्दू में इस लफ्ज़ का तर्जुमा ""दस्तावेज "" के लफ्ज से किया गया है
दरअसल"" प्रोटोकॉल्ज"" (PROTOCOLS)  ARF AAM US SIFATI दस्तावेज क MUSVADDA को कहते HAIN

 JO  किसी कॉन्फ्रेंस में तय किए गए निकास पर मुस्तकमिल  हो  और इसकी तसदीकी दस्तखत  सब्त किए गए हों |

 चूंकी  उर्दू में इसका कोई सिक्का बंद मुतबादिल लफ्ज़ नहीं है ,  इसलिए तर्जुमा निगारो ने sahulat ke liye iske kareebtarin   मअनी  में  ''' दस्तावेज "" का  लफ्ज  इस्तेमाल किया है  |
 इस किताब का मुकम्मल नाम "" जअमाए सहीबन के मंसूबें की दस्तावेज "" है

kuch mutarjimeen ise "" Sahivan ke dana bujrugon ki yaaddaasten"" ka upwan dete hain |  hamne ise ""dajjali riyasat
ke kyam ka dastavezi mansuba दज्जाली रियासत के क्याम का दस्तावेजी मन्सूबा "" ka nam diya hai


ईसकी दो वजह हैं

1) एक तो यह है कि इस में जगह-जगह ""सुपर गवर्नमेंट"" Lafz ka इस्तेमाल किया गया है   इसको  "" मुतलकुल इनान हुकूमत"",   MUTAKIL BAIKHTIYAR HUKUMAT"" या मावरा हुकूमत MAVRA HUKUMAT"" का नाम भी दिया गया ह.
 kuch MUHAKKIKEEN isse Akvame  Muttahida मुराद लेते थे  ........lekin dar hakikat हकीकत isse "" Amli Dajjali Riyasat अमली दज्जाली रियासत ""  मुराद है  जिसका pyaye takhat yuroslam me Sahivan nami pahadi ke kareeb mukaddas chattan ke gird hoga  |

(2)  Dusre isliye ki isme Jajba "" Mutalkul Inan Badshah"" ka tajkia milta hai | kahin ise "SHAHE DAUD शाहे दाऊद"" kaha gya hai, kahin ""Israil ka Badshah" ya "" KHUDA KA MAHBOO BADSHAH" और कहीं तमाम दुनियां हुकरान और बाप जो ""INTIHAI BARUSUKH TREEN SAKHSIYAT OR INTIHAI BAIKHTIYAAR MUKADDARE AALA"" hoga | yah tamaam Alfaz  Darasal "" दज्जाले अकबर"" के लिये इस्तेमाल किए गए हैं जो हैकल सलमानी के वक्त में बिछे "" तख्ते दाऊदी""  पर बैठकर पूरी दुनिया पर हुक्मरानी का ""पैदाइशी हक"" इस्तेमाल करेगा
|

आगे की जानकारी यहां से पढ़िए


dajjal दज्जाल कौन है कहां है हम उम्मीद करते हैं आप इस विषय के बारे में यह जानकारी पढ़कर आप मायूस नहीं हुए होंगे कमेंट बॉक्स में आप हमें अपने सवाल बता सकते हैं हम पूरी कोशिश करेंगे आपके सवाल का जवाब देने की






dajjal दज्जाल कौन है कहां है


Tuesday, December 8, 2020

दाद खाज खुजली का आयुर्वेदिक इलाज, Daad Khaj Khujli Ka Ramban Ilaj In Hindi, Dad Khaj Khujli Ke Karan in Hindi, dad khaj khujli ke lakshan in Hindi

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 Dad Khaj Khujli दाद, खाज, खुजली एक गंभीर चर्म रोग है। यदि समय से इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो यह त्वचा पर अपनी जड़ें जमा लेता है और कितना भी एंटी फ़ंगल क्रीम लगाएं, ठीक होने के कुछ दिन के बाद पुन: हो जाता है।खासतौर से गुप्तांगों के आसपास यह तेज़ी से फैलता है। जब दाद के बाद काले निशान पड़ जाते हैं तो उसे एक्ज़िमा कहते हैं।


दाद खाज खुजली होने के कारण – Dad Khaj Khujli Ke Karan in Hindi


रसायनिक चीज़ों – साबुन, चूना, सोडा, डिटर्जेंट आदि का ज़्यादा प्रयोग, कब्ज़, रक्त विकार, महिलाओं में मासिक धर्म की गड़बड़ी और किसी दाद, खाज, खुजली वाले व्यक्ति के कपड़े पहनने से यह रोग हो सकता है।

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दाद खाज खुजली के लक्षण – dad khaj khujli ke lakshan in Hindi

daad khaaj khujli ka ayurveda ilaj
daad ke lakshan


इस रोग में त्वचा पर छोटे-छोटे लाल दाने निकल आते हैं, इनमें खुजली होती है और खुजलाने के बाद जलन होती है। बाद में ये दाग़ के रूप में फैलने लगते हैं। यदि पूरे शरीर में एक्ज़िमा हो गया है तो बुखार भी आ सकता है।

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दाद खाज खुजली का घरेलू उपाय – Daad Khaj Khujli Ka Ghrelu Ilaj in Hindi


जिन्हें दाद, खाज, खुजली हो गई है उन्हें सबसे पहले चाहिए कि नहाते वक़्त साबुन, शैंपू आदि का इस्तेमाल बंद कर दें। यदि ज़रूरी हो तो नहाने में ग्लिसिरीन सोप का इस्तेमाल करें। नहाने के बाद नारियल का तेल लगाएं।

यदि पुराना दाद, खाज, खुजली है तो एंटी फ़ंगल क्रीम का प्रयोग कुछ दिनों तक लगातार करें, आमतौर पर लोग एंटी फ़ंगल क्रीम लगाते हैं और थोड़ा ठीक होने पर लगाना बंद कर देते हैं, इससे दाद और ज़िद्दी हो जाता है।

कपड़े साफ़ करते वक्त अच्छी तरह धुल लेना चाहिए, उसमें डिटर्जेंट का थोड़ा सा भी अंश नहीं होना चाहिए। पूरी तरह सूख जाने के बाद ही पहनें।

एक्ज़िमा में समुद्र के पानी से नहाना श्रेयष्कर है।

नमक का सेवन बंद कर दें, यदि ज़रूरी हो तो बहुत कम मात्रा में नमक लें।

पानी में नीम के पत्तों को उबाल कर स्नान करने से आराम मिलता है और एक्ज़िमा के कीटाणु नष्ट हो जाते हैं।

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दाद खाज खुजली में क्या खाएं क्या ना खाएं - Khaj Khujli Mein Kiya Khayen

दाद, खाज, खुजली में खट्टे, चटपटे व मीठी चीज़ों के सेवन से बचें। जली कटी त्वचा का घरेलू उपचार

यदि खुजलाने के बाद उसमें से पानी निकलता है या पसीजता है तो उस पर पानी का प्रयोग न करें।

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दाद खाज खुजली का आयुर्वेदिक इलाज - Daad Khaaj Khujli Ka Ayurveda Ilaj


अनार के पत्तों को पीसकर लगाने से दाद ठीक हो जाता है।

दाद को पहले खुजला लें और फिर उसपर नींबू का रस लगा दें। दिन में तीन-चार बार ऐसा करने से कुछ ही दिनों दाद चला जाता है।

केले का गूदा मसलकर उसमें नींबू का रस मिला लें और दाद पर लगा दें, कुछ दिनों के नियमित प्रयोग से दाद समाप्त हो जाएगा।

बथुआ की सब्ज़ी खाने व उसे उबालकर उसका रस निचोड़कर पीने से किसी भी प्रकार के चर्म रोग में लाभ मिलता है।

गाजर को घिस लें और उसमें सेंधा नमक डालकर हल्का गरम कर लें, इसे दाद पर नियमित लगाने से दाद जड़ से चला जाता है।

कच्चे आलू का रस पीने से दाद ठीक हो जाता है।

सूखे सिंखाड़े को नींबू के रस में घिस कर लगाने से दाद, खाज, खुजली दूर हो जाती है। इसे लगाने पर पहले जलन होगी लेकिन बाद में ठंडा करता है।

हल्दी का लेप लगाने से भी दाद ठीक हो जाता है। इसे दिन में तीन बार और रात को सोते समय एक बार लगाएं।

गर्म पानी में अजवाइन पीसकर लगाने या अजवाइन को पानी में मिलाकर धोने से दाद चला जाता है।

नीम के पत्तों का रोज़ 12 ग्राम रस पीने से दाद ठीक हो जाता है। एलर्जी दूर करने के आयुर्वेदिक

गुलकंद व दूध पीने से भी लाभ होता है।

दाद, खाज, खुजली को जड़ से समाप्त करने के लिए नीम की पत्ती को दही के साथ पीसकर लगाया जाता है। यह बहुत ही कारगर औषधि है।

गेंदे की पत्तियों को पानी में उबालकर प्रभावित जगह पर दिन में तीन-चार बार लगाएं। गेंदे के फूल में एंटी बैक्टीरियल व एंटी वायरल तत्व होते हैं जो चर्म रोग को दूर करने में सहायक होते हैं।

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पकने वाले दाद के उपचार :

त्रिफला को तवे पर रखकर राख होने तक गरम करें और उसके ऊपर एक कटोरी उल्टी करके रख दें ताकि उसका भाप या धुंआ बाहर न जाकर त्रिफला की भस्म में ही रम जाए। पूरी तरह जल जाने पर उसे उतार लें और मसलकर उसकी भस्म बना लें। भस्म में समान मात्रा में थोड़ी सी फिटकरी, वनस्पति घी, देशी घी, सरसो का तेल व पानी मिलाकर खरल में अच्छी तरह मर्दन करें। अब मलहम तैयार है। पकने वाले व स्राव युक्त दाद के लिए यह रामबाण औषधि है।

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ज़िद्दी व रूखे दाद के उपचार :

ज़िद्दी व रूखे दाद को जड़ से समाप्त करने के लिए समान मात्रा में पलाश के बीज, मुर्दाशंख, सफ़ेदा, कबीला, मैनशिल व माजु फ़ल लें, उसमें करंज के पत्तों का रस और नींबू का रस मिलाकर खरल में पूरे दिन मर्दन करें। इसके बाद इसकी गोली बनाकर सुखा लें और प्रभावित स्थान पर गुलाब जल के साथ घिसकर इसे लगाएं।

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दाद खाज खुजली जिद्दी से जिद्दी दाग - Daad Khaj Khujli Jiddi Daad Ka Ramban Ilaj


पचास ग्राम गंधक लेकर उसे पीस लें। लगभग 6-9 इंच चौड़े व 12- 18 इंच लंबे साफ़ सूती कपड़े में गंधक को फैलाकर अच्छे तरह से बेलनाकार रोल कर लें। फिर सूती धागे से इसे अच्छी तरह बांध दें। यह रस्सी के आकार को हो गया। इसे दो फुट ऊंची लकड़ी की छड़ी से बांध दें। अब इस गंधक वाली कपड़े की रस्सी में जितना सरसो का तेल सोख सके, उतना तेल लगाएं। अब उस रस्सी के नीचे एक बड़ी कटोरी रख दें और गंधक वाली कपड़े की रस्सी को नीचे से जला दें। उसके जलने से तेल टपक कर कटोरी में गिरेगा। जब रस्सी जलकर ख़त्म हो जाए या तेल गिरना बंद हो जाए तो कटोरी को हटा लें और उसे छानकर किसी कांच की शीशी में रख लें।

पुराने से पुराने दाद, खाज, खुजली पर इसके नियमित प्रयोग करने से रोग समाप्त हो जाता है। ध्यान रहे कि जब रस्सी जल रही हो तो उसके धुएं से दूर रहें तथा इस तेल को खुले घावों पर न लगाएं और न ही यह किसी तरह आंखों के संपर्क में आने दें।
दाद को किसी मोटे व रूखे कपड़े से खुजलाकर उसपर यह तेल लगाएं और उसपर पीपल या केले का पत्ता रखकर पट्टी बांध दें। कुछ ही दिन के प्रयोग से ज़िद्दी दाद भी चला जाएगा।

शरीर में खुजली से प्रभावित स्थानों पर यह तेल लगाकर उसे भांप से सेकें। यदि पूरे शरीर में खुजली हो तो यह तेल लगाकर धूप में बैठना चाहिए और एक घंटे बाद गर्म पानी से नहा लेना चाहिए |

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दाद खाज खुजली का आयुर्वेदिक इलाज सरसों के तेल से - Ayurvedic Treatment Sarso Oil Daad Khal Khujli 


जिद्दी से भी जिद्दी दाद के लिए सौ ग्राम सरसो का तेल ओरिजिनल ‌। सर्प का पैकेट छोटा वाला और 10 गोली लेनी है‌। fluconazole leeford कंपनी की 200 एमजी में ‌। थोड़ी सी नीम की छाल ‌। तीन गोली और नीम की छाल को पीसकर बारीक कर ले इसको सरसों के तेल में थोड़ा गरम कर के रख ले ‌। आपको दोनों टाइम नहाना है नहाते समय सर्प का इस्तेमाल करें ‌। एक टाइम खाना खाने के बाद हर 2 दिन में एक गोली आपको पीनी है ‌। नहाने के बाद जो आपने सरसों के तेल में छाल और गोली मिलाई थी उससे शरीर में मालिश करनी है जहां जहां पर दाद हो ‌

दाद खाज खुजली से रिलेटेड मेरी यह पोस्ट आपको उम्मीद करता हूं पसंद आई होगी अगर आपके मन में अभी भी कोई सवाल है तो कमेंट में आप मुझे पूछ सकते हैं मैं कोशिश करूंगा आपको पूरी तरह से जवाब देने की ‌। साथ ही इस पोस्ट को और लोगों पर शेयर करें ताकि वह भी इससे फायदा उठा सकें

Nikah e Halala Or Islam


Nrcr kiya है कियो है
म वालेकुम दोस्तों जैसा की मैंने पिछली पोस्ट में आपको बताया था कि मैं दर्द हलाला के बारे में आपको अगली पोस्ट में बताऊंगा |

तो मैं एक बार फिर हाजिर हूं दर्द हलाला की अपनी नई पोस्ट को लेकर मैं आपको इंशाल्लाह सही और की जानकारी इस्लाम के बारे में बताऊंगा इंशाल्लाह मुझे उम्मीद है कि आप दर्दे हलाला से खुश हो जाएंगे|

सलाम वालेकुम दोस्तों दोस्तों चलो शुरू करता हूं मैं जैसा कि आजकल आप हिंदुस्तान में ही नहीं हर जगह आप देख रहे हैं| कि जो हलाला की बात है उसके ऊपर मुस्लिम भी गैर मुस्लिम लीग सभी एक बात को एक बड़ा बतंगड़ बना के रखा है| बड़ी बात आजकल हो गई है मैं इसी के ऊपर आपको बता रहा हूं क्या क्या हलाला सही है क्या सही नहीं है |



इस्लाम जो है वह शरीयत है और इस्लामी शरीयत के कानून को ही मानता है इसके अलावा किसी भी शरीयत के कानून को इस्लाम नहीं मानता लेकिन इस्लाम मैं भी कुछ चीजें हैं | उनके बारे में कुछ देर बाद में बात करूंगा लेकिन मैं बात कर रहा हूं हलाला |
तो दोस्तों हलाला जो है वह उम्मते मोहम्मदिया में अभी तक ईख्तिलाफ है | कुछ जायज मानते हैं| तो कुछ इस को ना जायज ठहराते हैं |लेकिन मेरा जहां तक मानना है वह यही है|

लोक भविष्य के बारे में ज्यादा चिंतित क्यों रहते हैं क्या भविष्य को भाग्य के सहारे छोड़ देना चाहिए पढ़िए पूरी कहानी और पूरी स्टोरी हिंदी में


Assalam Walekum aaj ki is post mein Main aapko bataunga nikah halala Nikah halala kya sahi hai hai ya galat hai halala Kyon Hai halala Kis Ka Diya jata hai.
Aaj ke is post Mein Ham Sab Yahi baten Karenge aur janenge.
Nrc kiya hai kiyo hain kiya sahi है



Dosto Mera jo iman hai | aur Main jahan tak Islam ke baare Main Jaanta Hoon, Aur Main Khud Bhi Ek Musalman Hoon|

 Main manta hoon ke halala Jayaz nahi  hai Aakhir Kyon Jayaz  nahi hai |

Kyunki Islam iski Ijazat Deta Hai Nahi Hai ,

Islam aurat ki bahut Izzat karta hai jaisa Agar Bazar jaana hai tu Parde Mein jao Yahan tak hai K Agar Chacha ka ladka hai tu bhi usse bhi Parda Kijiye
Islam is ki Kaise Ijazat De sakta hai ki wo ek raat Kisi Aur Ke Sang Bataye
 Dosto Mai Iske baare mein aap se vistar se batata hoon main jahan tak Maine suna hai aur jaana hai ki

Wohi hai agar aap ka apni biwi ko Talaq De Diya Hai

Asal to Yehi Hai ke aap apni biwi ko Talaq Na de
Baharhal  Kisi bhi wajah se aap ka Talak ho gaya hai
 aur phir se Usi se Nikah karna chahte hain
To Pehle Apna Pehla Maher ada  kijiye Agar De Diya Hai Tu phir se Nikah Ho Jayega
lekin ek sart Hai,
Agar aap naya Nikah karna chahte hain toh aapko Meher bhi naya dena Hoga

 Yani Jaise Hum Pehli Baar shadi karte hain
 aur tab Jaise Nikaah hota hai Sabke Samne Mahar badhate Hain aisa hai is baar bhi hoga Yahi Sart Hai

Main Yeh Sab Baatein Aapko Apni Taraf se nahi keh raha hoon
 ke main aap ko Jhoot bol raha hoon maine Yeh Sab Baatein kai  se suni hai

In mein jo sabse Bade ulma hai Woh Hai Dr Zakir Naik

Uske Byan me Aapne bhi ye sub baten  suni  hongi

Darasal Haqeeqat bhi yahi hai aur Islam bhi hai
 aap khud bhi Soch Hai sakte hain ke jo  ISLAM  Itna achha MAJHAB  hai usme aise kaise ho sakta hai

Kuch Log Kehte Hai K DevBandi is Baat Ko Nahi mante Woh Kehte Hain

ke hamara Pehle ULMA NE Yeh Kaha Tha k Agar apni biwi ko Talaq doge toh aapko Ek Raat Ke liye Kisi Doosre Se uska Nikah karwana hoga

 main isko nahi galat THAHRATA Hoon nahi usko Sahi manta hoon

Agar Kisi Ne Ye Baat Kahi bhi Hogi Tu Mujhe Inshallah Umeed hai K ULMA NE  Halat ko samajh kar hi Aisa Bayan Diya hoga
                      www.hindimewati.in
Jaisa Hazrat Umar ne Kaha Tha ke Ek Hi Baar Talak Kehne Se Nikah Toot Jata Hai halaki Jo usne baat ki thi kuch Dur Mein nikah itne Dur rahe the bahut hi jyada Nikah ke masle Aaye The
Unhone  ye baat isliye ki taki nikah tootne ke  mamle kam ho jayen

Baad mein Hazrat Umar Razi Allah Tala anhu ne apne Bayan Mein Kaha Tha Agar Mujhe Yeh Maloom Hota Ke Mere Kehne Se Nikah tootne ke mamle aur Jyada Bade Jayenge toh main ye kabhi bhi nahi karta

yeah halala ka masla bhi kuch aisa hi lagta hai
Beharhal Islam Mein Aisa Kuch Bhi Nahi Hai
Bus UMMATE MOHAMMADYA Mein Kuch IKHTILAF Hai Jo hum musalmano ko mitana hai


kesi lagi ye post hame jaroor bataye

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Dosto kaisa laga Mera Yaar tickle Mujhe Jarur Bataye sher ki sarkar

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ट्रिपल तलाक ले सकते हैं या नहीं


Sunday, December 6, 2020

 मकर संक्रांति का त्यौहार क्यों मनाते हैं मकर संक्रांति का त्योहार क्यों मनाया जाता है makar sankranti ka tyohar kyu manate hai मकर संक्रांति त्योहार क्यों मनाया जाता है



मकर संक्रांति का त्योहार क्यों मनाया जाता है

मकर संक्रांति का त्योहार क्यों मनाया जाता है? / 15 जनवरी को मनाएं मकर संक्रांति !!!पौष मास के शुक्ल पक्ष में मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाता है। सूर्य का मकर राशि में प्रवेश करना ही मकर संक्रांति कहलाता है। इसी दिन से सूर्य उत्तरायण हो जाता है। 
शास्त्रों में उत्तारायण की अवधि को देवताओं का दिन तथा दक्षिणायन को देवताओं की रात कहा गया है। इस दिन स्नान, दान, तप, जप, श्राद्ध तथा अनुष्ठान आदि का अत्यधिक महत्व है। कहते हैं कि इस अवसर पर किया गया दान सौ गुना होकर प्राप्त होता है।इस दिन घी व कंबल के दान का भी विशेष महत्व है। इसका दान करने वाला संपूर्ण भोगों को भोगकर मोक्ष को प्राप्त होता है-माघे मासि महादेव यो दद्याद् घृतकम्बलम्।स भुकत्वा सकलान् भोगान् अन्ते मोक्षं च विन्दति।।मकर संक्रांति के दिन गंगास्नान व गंगातट पर दान की विशेष महिमा है। 


makar sankranti




मकर संक्रांति का त्यौहार क्यों मनाते हैं

भारत के अलग-अलग प्रांतों में मकर संक्रांति का पर्व विभिन्न नामों व तरीकों से मनाया जाता है।
भारतीय ज्योतिष के अनुसार मकर संक्रांति के दिन सूर्य के एक राशि से दूसरे राशि में हुए परिवर्तन को अंधकार से प्रकाश की ओर हुआ परिवर्तन माना जाता है। 
मकर-संक्रांति से दिन बढऩे लगता है और रात की अवधि कम होती जाती है। चूंकि सूर्य ही ऊर्जा का सबसे प्रमुख स्त्रोत है इसलिए हिंदू धर्म में मकर संक्रांति मनाने का विशेष महत्व है।प्रतिवर्ष 14 जनवरी को मनाए जाने वाले मकर संक्रांति पर्व को लेकर इस बार ज्योतिषियों में मतभेद हैं। 
ज्योतिष के अनुसार जब सूर्य धनु से मकर राशि में प्रवेश करता है तब मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाता है। कुछ ज्योतिषियों का मानना है कि मकर संक्रांति का पर्व 14 जनवरी को मनाया जाएगा जबकि कुछ ज्योतिषाचार्यों के अनुसार इस बार मकर संक्रांति का पर्व 15 जनवरी को रहेगा। 
अधिकांश ज्योतिषियों का यही कहना है कि मकर संक्राति पर किए जाने वाले स्नान, दान आदि धार्मिक कर्मकाण्ड 15 जनवरी को ही करना श्रेष्ठ रहेगा।



पं. आनन्दशंकर व्यास के अनुसार सूर्य 14 जनवरी को रात 12:25 को मकर राशि में प्रवेश करेगा इसलिए उसका पुण्यकाल 15 जनवरी को माना जाएगा। इस दृष्टि से मकर संक्रांति का पर्व 15 जनवरी को ही मनाया जाएगा। 
स्नान व दान-दक्षिणा का महत्व भी इस दिन माना जाएगा। पं. मनीष शर्मा के मतानुसार मकर संक्रांति 15 जनवरी को ही मनाई जाएगी।



पं. अमर डिब्बेवाला का भी यही मत है कि सूर्य 14 जनवरी को मध्य रात्रि को मकर राशि में प्रवेश करेगा उसके अनुसार मकर संक्रांति का पर्व 15 जनवरी को ही रहेगा तथा स्नान व दान का महत्व भी इसी दिन का रहेगा।
वहीं पं. श्यामनारायण व्यास का कहना है कि सूर्य 14 जनवरी की शाम 6:44 पर मकर राशि में प्रवेश करेगा। चूंकि मकर संक्रांति का पुण्य काल 6 घंटे पूर्व प्रारंभ हो जाता है इसलिए मकर संक्रांति का पर्व 14 जनवरी को दिन 12:44 से प्रारंभ होगा। इस दिन स्नान व दान का महत्व भी दोपहर बाद ही माना जाएगा।


मकर सक्रांति आखिर है क्या
मकर सक्रांति उसको कहते हैं जब जनवरी के महीने में सूर्य अपना दिन यानी। 
जनवरी के महीने में यानी मकर सक्रांति के दिन से ही दिन का बढ़ जाना इनका टाइम लंबा हो जाना स्टार्ट यानी शुरू होता है‌। ‌‌
कि सूरज रोशनी का सबसे बड़ा स्रोत है सबसे ज्यादा रोशनी सूरज से ही होती है‌। और इसी दिन से ही सूरज  बड़े दिन में प्रवेश करता है अब दिन बड़ा रहेगा काम ज्यादा करेंगे ‌। वैसे भी ज्यादा कमा पाएंगे‌। और हर काम दिन से ही होता है इसलिए बढ़े हुए दिन का सब को फायदा होता है । बस इसीलिए मकर संक्रांति का त्यौहार मनाया जाता है । 


और यही है मकर सक्रांति
हमने आप को आसान भाषा में समझा दिया है मकर सक्रांति के बारे मै‌‌। हम उम्मीद करते हैं कि आप समझ गए होंगे मकर सक्रांति के बारे में ‌‌। अगर फिर भी कोई सवाल है तो आप हमसे कमेंट में पूछ सकते हैं‌। मैं पूरी कोशिश करूंगा आपके सवाल के जवाब देने की ‌।


Friday, December 4, 2020

what is love  प्यार क्या है what is love  Pyar Kiya hai - प्यार क्या होता है... pyar kiya hota hai प्यार की परिभाषा.. pyar ki pribhansha, love kiya ha

 


Love प्यार की परिभाषा 


इस आर्टिकल में मैं आपको एक सच्ची कहानी बताऊंगा जो लगभग हर किसी के साथ गुजरती है और इसी तरह में मेरे साथ भी गुजरी ‌। 
मैं अपने विचार यहां पर शेयर कर रहा हूं 

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what is love - प्यार क्या है 

what is love
pyar kiya hai


हमारी जिंदगी में love की बहुत महत्वता है। लेकिन  what is love  प्यार क्या है ? इसका अर्थ क्या है? इस बारे में हम लोगों की अपनी-अपनी विचारधारा है। जिस व्यक्ति के जैसे विचार होते हैं उसे love का वैसा ही अर्थ मिलता है। माता-पिता, दोस्त, भाई-बहन, अध्यापक आदि सबसे हमें प्यार मिलता है। ये हमारी सोच ही है कि हम इसे किस नजरिये से देखते हैं। इसी तरह मैंने भी अपनी विचारधारा से प्रेरित होकर प्यार love पर एक कविता लिखी है- प्यार की परिभाषा ।


प्यार क्या होता है - pyar kiya hota hai


अंधेरों में भटके जो कोई या रह न जाये कोई आशा, हाथ बढ़ा कर साथ दे कोई यही है प्यार की परिभाषा ।
जब टूट जाये हिम्मत सारी चिंता का बोझ लगे भारी, तनहाई हर पल साथ रहे और मन में रहे जिम्मेदारी, तब वक़्त भागता जाता है और डर भविष्य का खाता है, बन कर फरिश्ता ऐसे वक़्त में शख्स जो कोई आता है, देता है उम्मीद नई फिर ताकत और दिलासा, हाथ बढ़ा कर साथ दे कोई यही है प्यार की परिभाषा ।


साया जो हर पल साथ रहे जिसके रहने से विश्वास रहे, दुनिया क्या बिगाड़े की उनका खुशियों को उनकी तलाश रहे, अनुभव उनका कुछ ऐसा है जो कभी न गिरने देता है, बुरी नजर का साया भी राह अपना बदल लेता है, माँ-बाप के आशीर्वाद से ही होती है दूर निराशा, हाथ बढ़ा कर साथ दे कोई यही है प्यार की परिभाषा ।



सच्चा वही जो संग तेरे है जब दौर मुसीबत का साथ रहे, कितनी भी आंधी हो कहर की तेरे हाथ में उसका हाथ रहे, हर ओर से जब धिक्कार पड़े तेरे लिए सबसे वो हर बार लड़े, तेरे कंधों को मजबूत वो करके तुझे जल्द से जल्द वो खड़ा करे, तेरे हर पल आगे बढ़ने की जब हो किसी को अभिलाषा, हाथ बढ़ा कर साथ दे कोई यही है प्यार की परिभाषा ।



कविता पढ़ने के बाद प्यार के बारे में अपने विचार जरूर दें। और ये कविता शेयर करे। धन्यवाद।
प्यार भरी रचनाएँ-



   Kawita 2  Kahani 2


खुद पर विस्वास करने वाला हमेशा सफल होता है...

बुलाकी एक बहुत मेहनती किसान था। कड़कती धूप में उसने और उसके परिवार के अन्य सदस्यों ने रात दिन खेतों में काम किया और परिणाम स्वरूप बहुत अच्छी फ़सल हुई। अपने हरे भरे खेतों को देख कर उसकी छाती खुशी से फूल रही थी क्योंकि फसल काटने का समय आ गया था। इसी बीच उसके खेत में एकचिड़िया ने एक घौंसला बना लिया था। उसके नन्हें मुन्ने चूज़े अभी बहुत छोटे थे।




एक दिन बुलाकी अपने बेटे मुरारी के साथ खेत पर आया और बोला, “बेटा ऐसा करो कि अपने सभी रिश्तेदारों को निमन्त्रण दो कि वो अगले शनिवार को आकर फ़सल काटने में हमारी सहायता करें।” ये सुनकर चिड़िया के बच्चे बहुत घबराए और माँ से कहने लगे कि हमारा क्या होगा। अभी तो हमारे पर भी पूरी तरह से उड़ने लायक नहीं हुए हैं। चिड़िया ने कहा, तुम चिन्ता मत करो. अगले शनिवार को जब बाप बेटे खेत पर पहुचे तो वहाँ कोई भी रिश्तेदार नहीं पहुँचा था। दोनों को बहुत निराशा हुई बुलाकी ने मुरारी से कहा कि लगता है हमारे रिश्तेदार हमारे से ईर्ष्या करते हैं, इसीलिए नहीं आए।




सभी दोस्तों को निमंत्रण


अब तुम सब मित्रों को ऐसा ही निमन्त्रण अगले हफ़्ते के लिए दे दो। चिड़िया और उसके बच्चों की वही कहानी फिर दोहराई गई और चिड़ियाने वही जवाब दिया। अगले हफ़्ते भी जब दोनों बाप बेटे खेत पर पहुचे तो कोई भी मित्र सहायता करने नहीं आया तो बुलाकी ने मुरारी से कहा कि बेटा देखा तुम ने, जो इन्सान दूसरों का सहारा लेकर जीना चहता है उसका यही हाल होता है और उसे सदा निराशा ही मिलती है।



खुद काटने का लिया फैसला


अब तुम बाज़ार जाओ और फसल काटने का सारा सामान ले आओ,कल से इस खेत को हम दोनों मिल कर काटेंगे। चिड़िया ने जब यह सुना तो बच्चों से कहने लगी कि चलो, अब जाने का समय आ गया है. जब इन्सान अपने बाहूबल पर अपना काम स्वयं करने की प्रतिज्ञा कर लेता है तो फिर उसे न किसी के सहारे की ज़रूरत पड़ती है और नही उसे कोई नहीं रोक सकता है। इसी को कहते हैं बच्चो कि, “अपना हाथ जगन्नाथ।” इससे पहले कि बाप बेटे फसल काटने आएँ, चिड़िया अपने बच्चों को लेकर एक सुरक्षित स्थान पर ले गई।



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हाय मैं नासिर हुसैन मैं एक और पोस्ट लेकर आया हूं इस पोस्ट में मैं आपको बताऊंगा ‌। vajan kaise badhaen‌। आजकल हर कोई अपना वजन बढ़ाना चाहता है ‌। कौन नहीं चाहता कि मैं मोटा दिखूं। इसलिए मैं बता रहा हूं। vajan kaise badhaen

vajan kaise badhae



जो मैं आपको vajan kaise badhaen  यहां बताऊंगा वह घरेलू नुक्से पर है ‌। इसलिए मैं सबसे पहले आपको बताता हूं आपको कई चीजें एक साथ चाहिए । जिसमें ‌Tulsi, kela, nimbu, shahad,



shehad ke fayde vajan kaise badhaen



सबसे पहले शहद के फायदे बताता हूं ‌। शहद एक ऐसी चीज है जिस के फायदे शायद आप मुझसे ज्यादा खुद ही जानते होंगे ‌।लेकिन फिर भी मैं आपको बता दूं सेहद में ऐसे कुदरती गुण होते हैं‌। जो आपके शरीर मैं calcium, की कमी दूर कर देता है ‌। 
शहद आपके शरीर में एक्स्ट्रा जमी हुई चर्बी को भी निकाल फेंकता है‌। 
शहद के और भी कई फायदे हैं ‌। लेकिन आपको  vajan kaise badhaen के लिए ही खाना है ‌।




tulsi se vajan kaise badhaen

आपको जानकर बड़ी हैरानी होगी । tulsi ke fayde‌, 200 से भी ज्यादा है ‌। वर्ल्ड में यह एकमात्र ऐसी दवा है जो दोस्तों से भी ज्यादा बीमारियों में इस्तेमाल की जाती है‌।
श्री तुलसी को एक गिलास पानी में दो बूंद डालकर उसको 2 मिनट बाद पिये‌। जिससे फायदा यह होगा जो पानी के अंदर कीटाणु है वह सब मर जाएंगे ‌।
श्री तुलसी को आपको हर रोज सुबह शाम दोपहर दो दो बूंद पीनी चाहिए ‌।
श्री तुलसी 200 से भी ज्यादा बीमारियों में लाभदायक है जैसे स्वाइन फ्लू, सर्दी, खांसी, जुखाम, मलेरिया, डेंगू, बीपी हाई, शुगर, हड्डियों के जोड़, सर के बाल, इसके अलावा और बहुत सारी बीमारियों में लाभदायक है ‌।
vajan kaise badhaen इसके लिए श्री तुलसी को नियमित यूज़ करते रहिए तुलसी की बेस्ट क्वालिटी imc की ही है


kela se vajan kaise badhaen 

बिल्कुल आपने सही पड़ा केला खाने के फायदे ‌। अकेला एक ऐसा फल है जो सारे फलों में सबसे सस्ता है पर  सारे फलों में सबसे ज्यादा ताकतवर और मजबूत और अच्छा है ‌। लोग केला को इतनी ज्यादा अहमियत नहीं देते‌। जितनी और अलप्पत देते हैं ‌‌

 केला के अंदर ग्लोरी बहुत ही ज्यादा होती है ‌। पांच सेब, चार संतरा, पांच अनार, चार मोसमी‌। मैं जितनी कैलोरी होती है उतनी सिर्फ और सिर्फ एक ही अकेला में होती है ‌।

अब यही से आप अंदाजा लगा सकते हैं कि अकेला क्यों इतना ताकतवर फल है ‌।

खाना खाने के बाद जस्ट दो अकेला खाएं इससे आपके वजन बढ़ाने में मदद मिलती है ‌। क्योंकि खाना खाने के बाद ऊपर से केला खाने से खाने की क्लोरी और बढ़ जाती है ‌। जिससे आपका शरीर vajan kaise badhaen  मोटा होने लगता है ‌।


nimbu ke fayde vajan kaise badhaen

नींबू के फायदे भी बहुत हैं इस कड़ी में हम जब आप अपना वजन बढ़ाना चाहते हैं तो नींबू को कैसे छोड़ सकते हैं क्योंकि नींबू भी ऐसी चीज है जो 70 प्लस बीमारियों में इस्तेमाल किया जाता है‌।
vajan kaise badhaen  के लिए नींबू का इस्तेमाल कुछ इस तरह से करना है और मौसम के हिसाब से करना है ‌।
अगर सर्दी का मौसम है तो आपको एक गिलास पानी गर्म करना है उसमें थोड़ा नमक डालना है और एक नींबू उसमें काट कर उबाल लेना है और इसको पीना है ‌।
अगर गर्मी का मौसम है तो आपको दो तरह से पीना है तभी आप नींबू के फायदे उठा पाएंगे ‌। सबसे पहले आपको सुबह खाली पेट दोनों को पानी एक गिलास में अच्छी तरह से निचोड़ लेना है आप चाहे तो नमक के साथ पी सकते हैं आप चीनी के साथ भी पी सकते हैं ‌। लेकिन मैं आपको रिक्वेस्ट करूंगा कि आप नमक के साथ ही पिए ‌।
दूसरा शीशम के पत्तों को पीसकर उस का रस निकालकर उसमें नींबू डालकर पिए यह बहुत ही फीका सा आपको लगेगा आप चाहें तो इसमें मिश्रि भी मिला सकते हैं‌। बेहतर होगा आप बिना मिश्री के पिए ऊपर से आप मिश्री खा ले ‌।



Different medicine vajan kaise badhaen 

इस तरीके से आप अपना वजन बिल्कुल बढ़ा सकते हैं ‌। लेकिन टाइम इसमें बहुत लगेगा ऐसा नहीं है कि आप इस तरह से इस्तेमाल करेंगे और आपका वजन नहीं बढ़ेगा ‌। मैं आपको रिकमेंड करूंगा के बाजार से कोई प्रोटीन भी लाकर खा सकते हैं इसके साथ ‌। इसके अलावा आप dr ashraf mewati की वजन कैसे बढ़ाएं दवा भी मंगा सकते हैं by mewati dwakhana ‌।


मैं आशा करता हूं कि आपको vajan kaise badhaen मेरी यह जानकारी बहुत पसंद आई होगी । अगर आप फिर भी कोई और जानकारी चाहते हैं तो आप मुझे कमेंट में लिख सकते हैं । मैं जल्दी आपको उसके बारे में जानकारी दूंगा साथ ही आप से मेरी गुजारिश है कि आप इस पोस्ट को आगे शेयर जरूर करें‌।



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