Sunday, November 11, 2018

दूध ka दूध aur Pani Ka पानी Hindi kahani ~ Akbar Birbal ki Hindi stories ~ bandar ki kahani ~ bacchon ki Hindi kahaniya.. हिंदी कहानी अकबर ‌। बच्चों की हिंदी स्टोरीज




हाय मैं नासिर हुसैन एक बार और हाजिर हूं हिंदी कहानी लेकर ‌। आज की hindi stories में । आपका भाई आपको बताएगा दूध का दूध और पानी का पानी ‌। बाबर के बारे में जाने| history of baber king of baber


 ""यानी दूध का दूध और पानी का पानी""




यह कहानी हिंदी में है पुराने जमाने से ही कहावत चली आ रही हैैै‌।‌ दूध का दूध और पानी का पानी ‌। इसी कहानी पर मैं यह पोस्ट लिख रहा हूं । लेकिन उसे पहले आपका भाई आपको बताना चाहताा है‌। क्या आप जानतेेे हैं‌‌। गाय का दूध पवित्र क्यों

गाय का दूध पवित्र कियें माना जाता है



दूध का दूध और पानी का पानी हिंदी कहानी

चले दोस्तों शुरूआत करते हैंं‌।‌  आज से कई 100 साल पहले एक बादशाह रहता था ‌। जिसका नाम था अकबर बादशाह ‌। अकबर बादशाह एक बेहतरीन बादशाहो था वह नेक दिल और सुपर पावर बादशाह था ‌। वह मुगलों की सल्तनत का वारिस था ‌। लास्ट में उसको इसलिए  कह रहा हूं क्योंकि अकबर बादशाह ऐसा पहला मुगल साम्राज्य का बादशाह था‌। जो हिंदुस्तान में ही पैदा हुआ था ‌।



 अकबर बादशाह ने एक दिन बीरबल से पूछा हमारे राज्य की जनता बहुत सुखी है‌। राज्य समृद्धि है मेरा ऐसा मानना है‌। कि पूरे राज्य के लोग ईमानदार होंगे इस बारे में तुम्हारा क्या ख्याल है ‌।

 बीरबल : राजनीति के अनुसार राजदंड के डर से ही जनता इमानदार रहती है‌। अन्यथा उसे जब भी अवसर मिले बेईमान होने से नहीं चूकती
बादशाह : मैं नहीं मानता



बीरबल: आजमा कर देख लीजिए‌। अकबर बादशाह: तुम साबित करो‌। बीरबल: आप एक फरमान लिख कर दे,  मैं ढिंढोरा पिटवा दे देता हूं , कि एक भोज आयोजित करने के लिए हुकूमत की ओर से दूध का प्रबंध किया जाना है,  हर किसी को हुक्म दिया जाता है कि हम उस जगह के हौज में रात 8:00 बजे से सुबह 4:00 बजे तक हर कोई एक लोटा दूध लाकर डालें ।  और हौज को दूध से भर दे बादशाह ने फरमान जारी कर दिया |  फरमान के मुताबिक राजदरबारी भी एक एक लोटा दूध में डालने एक साथ गए |

जनता लोटा लेकर अंधेरे में होज में दूध डालने आने लगी । आने वालों में से हर किसी ने सोचा कि लोग तो दूध डालेंगे ही ऐसे में अगर वह अपनी ओर से एक लोटा पानी डाल देगा | तो किसको पता चलेगा‌। नतीजा यह हुआ कि जब होज देखी गई |  तो वह भरी हुई तो थी मगर दूध से नहीं पानी से |  पानी में हल्की सफेदी थी |
 वह भी इसलिए कि दरबारियों ने एक साथ जाकर आगे पीछे दूध ही डाला था |
 ‎बादशाह ने देखा तो दंग रह गए |  
बीरबल:  ने कहा बादशाह सलामत सफेद सफेद इमेज दरबारियों के दूध की है |  और यदि मैं कहूं दरबारियों के बजा सागर दूध डालने की तो ज्यादा  मुनासिब होगा । अगर दरबारियों को भी अलग-अलग दूध डालने का मौका मिलता तो शायद उसमें एक भी बूंद दूध ना होता |  सब पानी पानी होता |
मेरा फिर कहना है कि बिना राजदंड के कानून नहीं चल  सकता



बीरबल की बुद्धिमता की बादशाह ने प्रशंसा की और बादशाह बीरबल से बहुत खुश हुऐ‌।

यह थी आज की एक छोटी सी हिंदी कहानी ‌।मैं आशा करता हूं कि आपको यह पढ़कर अच्छा लगा होगा ‌।आप कमेंट में बता सकते हैं कि आपको कौन सी कहानी और हिस्ट्री की जानकारी चाहिए ‌।

कैसा कैसी लगी हमारी है पोस्ट हमें कमेंट में जरूर बताएं हमें फेसबुक और ट्विटर टेलीग्राम पर जॉइन जरूर करें हम ऐसे ही हेल्थ और कई तरह के ब्लॉगिंग लेकर आते हैं और कई तरह की नॉलेज हमारे ब्लॉग पर आपको मिलती हैं

Friday, October 19, 2018

Assalamu Alaikum dosto aaj ki is post Mein Main aapko bataunga ke career ki Sahi Disha Mein Aage bhadne ke liye kya kare|  Aur Kya Na Kare | job ke liye kya kar main is post main aapko kuch Aasan se tips Bataun ga | Jinse aap apne career ki Sahi Disha kar sakte hain,  Pichli hipost mein main aap ko bataya tha Bada banne ke liye Bada Socho | PM MODI ki tarah | jaisa ki mene ekpost mein aapako bataaya tha ki hamari risk teking hai woh bahut kam h | kiya aapki risk teking kam h | jane yaha job ke liye



यह पोस्ट भी आपके बहुत काम ही आएगी और काम ही आने वाली है इस पोस्ट को आप पूरा और लास्ट तक पड़ेगा तो आपको समझ में आ जाएगा मैं इसमें आपको कुछ टिप्स और कुछ एग्जांपल बता रहा हूं आप को समझाने के लिए ताकि आपको अच्छी तरह से दिमाग में यह बात बैठ जाए तो चले बिना समय गंवाए अब मैं मुद्दे की बात करता हूं









1. सही दिशा में आगे बढ़ने के लिए

जब आप सुबह घर से निकलते हैं तो आपको पता होता है कि आपको कहाँ जाना है और आप वहां पहुँचते हैं , सोचिये अगर आपको यह नहीं पता हो कि आप को कहाँ जाना है तो भला आप क्या करेंगे? इधर उधर भटकने में ही समय व्यर्थ हो जायेगा. इसी तरह इस जीवन में भी यदि आपने अपने लिए लक्ष्य नहीं बनाये हैं तो आपकी ज़िन्दगी तो चलती रहेगी पर जब आप बाद में पीछे मुड़ कर देखेंगे तो शायद आपको पछतावा हो कि आपने कुछ खास achieve  नहीं किया!! लक्ष्य व्यक्ति को एक सही दिशा देता है. उसे बताता है कि कौन सा काम उसके लिए जरूरी है और कौन सा नहीं.  यदि goals clear हों तो हम उसके मुताबिक अपने आप को तैयार करते हैं. हमारा subconscious mind हमें उसी के अनुसार act करने के लिए प्रेरित करता है. दिमाग में लक्ष्य साफ़ हो तो उसे पाने के रास्ते भी साफ़ नज़र आने लगते हैं और इंसान उसी दिशा में अपने कदम बढा देता है.









2. अपनी उर्जा का सही उपयोग करने
    के लिए यहां जाने के कैसे अपनी उर्जा का हम सही इस्तेमाल 


भागवान ने इन्सान को सीमित उर्जा और सिमित  समय दिया है. इसलिए ज़रूरी हो जाता है कि हम इसका उपयोग सही तरीके से करें. लक्ष्य हमें ठीक यही करने को प्रेरित करता है. अगर आप अपने end-goal को ध्यान में रख कर कोई काम करते हैं तो उसमे आपका concentration और energy का  level कहीं अच्छा होता है. For Example: जब आप किसी  library में बिना किसी खास किताब को पढने  के मकसद से जाते हैं तो आप यूँ ही  कुछ किताबों को उठाते हैं और उनके पन्ने पलटते हैं और कुछ एक पन्ने पढ़ डालते हैं, पर वहीँ अगर आप कसी Project Report को पूरा करने के मकसद से जाते हैं तो आप उसके मतलब कि ही किताबें चुनते हैं और अपना काम पूरा करते हैं. दोनों ही cases में आप समय उतना ही देते हैं पर आपकी  efficiency में जमीन-आसमान का फर्क होता है. इसी तरह life  में भी अगर हमारे सामने कोई निश्चित लक्ष्य नहीं है तो हम यूँ ही अपना  energy  waste करते रहेंगे और नतीजा कुछ खास नहीं निकलेगा. लेकिन इसके विपरीत जब हम लक्ष्य को ध्यान में रखेंगे तो हमारी energy सही जगह उपयोग होगी और हमें सही results देखने को मिलेंगे.






3. सफल होने के लिए

जिससे पूछिए वही कहता है कि मैं एक सफल व्यक्ति बनना चाहता.पर अगर ये पूछिए कि क्या हो जाने पर वह खुद को सफल व्यक्ति मानेगा तो इसका उत्तर कम ही लोग पूर विश्वास से दे पाएंगे. सबके लिए सफलता के मायने अलग-अलग होते हैं. और यह मायने लक्ष्य द्वारा ही निर्धारित होते हैं. तो यदि आपका कोई लक्ष्य नहीं है तो आप एक बार को औरों कि नज़र में सफल हो सकते हैं पर खुद कि नज़र में आप कैसे decide  करेंगे कि आप सफल हैं या नहीं?  इसके लिए आपको अपने द्वारा ही तय किये हुए लक्ष्य को देखना होगा.










4. अपने मन के विरोधाभाष को दूर करने के लिए

हमारी life में कई opportunities  आती-जाति रहती हैं. कोई चाह कर भी सभी की सभी opportunities का फायदा नहीं उठा सकता. हमें अवसरों को कभी हाँ तो कभी ना करना होता है. ऐसे में ऐसी  परिस्थितियां आना स्वाभाविक है, जब हम decide  नहीं कर पाते कि हमें क्या  करना चाहिए. ऐसी situation  में आपका लक्ष्य आपको guide कर सकता है. जैसे मेरा और मेरी wife  का लक्ष्य एक  Beauty Parlour खोलने का है, ऐसे में अगर आज उसे एक ही साथ दो job-offers मिलें , जिसमें से एक किसी पार्लर से हो तो वह बिना किसी confusion के उसे ज्वाइन कर लेगी , भले ही वहां उसे दुसरे offer के comparison  में कम salary मिले. वहीँ अगर सामने कोई लक्ष्य ना हो तो हम तमाम factors को evaluate करते रह जायें और अंत में  शायद ज्यादा वेतन ही deciding factor  बन जाये.









दोस्तों  अर्नोल्ड एच ग्लासगो का कथन  “फुटबाल कि तरह ज़िन्दगी में भी आप तब-तक आगे नहीं बढ़ सकते जब तक आपको अपने लक्ष्य का पता ना हो.”  मुझे बिलकुल उपयुक्त लगता है. तो यदि आपने अभी तक अपने लिए कोई लक्ष्य निर्धारित किया है तो इस दिशा में सोचना शुरू कीजिये.












जानकारी


मैं अपने एक colleague के साथ बैठा बातें कर रहा था .

बातों –बातों में उसने अपनी family के किसी great achiever के बारे में बताया और फिर थोड़ा उदास हो के कहा , “ मैंने अपने छोटे -छोटे सपने तो पूरे कर लिए …पर बड़े सपने बाकी हैं ?”

मैंने कहा , “ तुमने बड़े सपने अभी तक देखे ही कहाँ कि पूरे करोगे !!!”

Friends, ये बात दरअसल हममें से ज्यादातर लोगों पे लागू होती है …हम बड़े सपने देखते ही नहीं , पूरा करना तो दूर की बात है … आप सड़क पर चलते हुए कोई बंगला देखें और कहें की मेरे पास भी एक दिन ऐसा ही बंगला होगा …और फिर उस बारे में भूल कर आराम से सो जाएं तो ये कोई सपना नहीं हुआ….








Dr. A P J Abdul Kalam ने कहा है -

“Dreams are not those you have while sleeping, but those that don’t let you sleep.”

“सपने वो नहीं होते जो आप सोते  वक़्त देखते हैं, बल्कि वो होते हैं जो आपको सोने नहीं देते.”

एक आम Indian का बड़ा सपना बस इतना बड़ा ही होता है …एक अच्छी सी job, अपना घर , एक four wheeler…और ऐसी ही छोटी -मोटी चीजें …

जी हाँ , मैं इन्हें छोटी चीजें ही मानता हूँ …ये तो already करोड़ों लोग कर चुके हैं अगर आप भी अपनी पूरी ज़िन्दगी बस यही achieve करने में लगा देंगे तो कौन सा बड़ा काम कर लेंगे ?










अगर भौतिक सुख सुविधाएं जुटाने की ही बात है तो एक छोटे से घर की जगह एक बड़े से बंगले के बारे में सोचिये , या एक बड़ा सा अपार्टमेंट बनाने के ख्वाब देखिये , एक छोटी सी गाड़ी में घूमने की जगह luxury cars की fleet खड़ी करने के बारे में सोचिये … common man की तरह सोचेंगे तो common man की तरह ही ज़िन्दगी बिता देंगे …पैसा जोड़ते …खर्चे काटते और अपनी खुशियाँ sacrifice करते …




दोस्तों कैसी लगी आपको मेरी यह पोस्ट मुझे आप बताएं और मैं आपको ऐसी ही जानकारी देता रहता हूं इसलिए मुझे फॉलो कीजिए फेसबुक यूट्यूब और इंस्टग्राम पर भी

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Sunday, August 19, 2018

शराइ अदालत पर सियासी घमासान 

जाने ऐड Now
शराई , अदालत बननी चाहिये या नही बननी चाहिये , अभी ईसी विषय पर बहस छिडी़ हुई है,
ईस बीच आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लो बोर्ड फैसला कर लिया है कि शराई अदालते बनाई जायेंगी ,

चलीय सूरू करते है

शराई , अदालत बननी चाहिये या नही बननी चाहिये , अभी ईसी विषय पर बहस छिडी़ हुई है,
ईस बीच आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लो बोर्ड फैसला कर लिया है कि शराई अदालते बनाई जायेंगी ,


  ईन अदालतों के  बनाने के पिछे यही तर्क है कि परिवारिक न्यायालयों मैं मुकदमें की संख्या काफी ज्यादा हो गई है ईसके चलते समय से न्याय नही मिल पाता है , काफी समय तो केवल तारिखों मै ही बीत जाता है ईसलिऐ महिलाओं  के  लिये समय पै न्याय दिलाने के लिये शराई अदालत बनाने की घोषणा कर दी है,

पर पर कुछ लोगों को यह ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लोन का यह कानून शायद पसंद नहीं आया और वह इसीलिए ही इस पर ऐसी वैसी बातें कर रहे हैं ,
पर मैं आपको इसके बारे में स्पष्ट आपसे बताने वाला हूं ,

ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने फैसला जो किया है इस पर सभी धर्म की महिलाओं के लिए न्याय के सभी महिलाओं के लिए दरवाजे खुले हुए हैं यह सिर्फ मुस्लिम महिलाओं के लिए ही नहीं है सभी हर एक महिला के लिए है ताकि महिलाओं को जल्द से जल्द न्याय दिला सके ,


और रही बात हलाला प्रथा कि इसके बारे में भी मैं आपको अगली पोस्ट में जरूर बताऊंगा और पूरीसबसे पहले जाने

आपको यह जानकारी कैसी लगी है. हमें जरूर बताएं

Saturday, April 21, 2018

जैसा की मैने पिछली मै बताया था के JCB Ki Full Form kiya hai Isi tarah me is post me aapko bataunga JIO ki full Form kiya hai


Jio ki full form बताने से पहले मैं आपको थोड़ी और जानकारी बता देता हूं ताकि आपको कंप्लीट जानकारी इस आर्टिकल में मिल सके ‌‌


Jio kiya hai

Jio एक टेलीकॉम कंपनी है । यानी सिंपल भाषा में मैं आपको बताऊं तो मोबाइल सिम कार्ड नेटवर्क की एक कंपनी है ‌।
jio जियो भारत की सबसे आज बड़ी कंपनी है पर क्या आपको जिओ Jio ki full form kiya hai पता नहीं है जियो तो आपने हर जगह ही लिखा देखा होगा‌। यह एक शार्ट नेम है जियो Jio,




When did Jio company start ~ जिओ कंपनी कब शुरू हुई


जियो भारतिये टेलिकोम की ऐक विशाल कम्पनी जो भारत के   हर राज्य मै स्तापिथ है
JIO Bharti Telecom is a huge company which is known as Skype in every state of India.

इसके मालिक मुकेश  अम्बानी हैं
Its owner is Mukesh Ambani

इसको सुरुवात  2016 में लांच किया गया
The launch was launched in 2016.

उससे पहले भारत में 4G नेटवर्क नही था
Before that, there was no 4G network in India

पर अब जिओ के आ जाने के बाद भारत की सभी टेलीकॉम कंपनियों ने 4G नेटवर्क को लांच कर दिया है और अब भारत में जियो को टक्कर देने के लिए सभी कंपनियां बढ़-चढ़कर एक दूसरे से आगे निकलने की कोशिश कर रही है पर इस पोस्ट में मैं आपको बताने वाला था कि जिओ की फुल फॉर्म क्या है तो चलिए जान लेते हैं जिओ की फुल फॉर्म क्या है






click new 

Jio ki full form kiya hai



JIO की फुल फॉर्म क्या है ?
What is the full form of JIO?

जवाब - Joint Implementation Opportunities.

- संयुक्त कार्यान्वयन के अवसर.


अब आप जान ही गए हैं कि जिओ की फुल फॉर्म क्या है तो अब आप एक काम करिए इस जानकारी को फेसबुक और व्हाट्सएप पर या कहीं भी सोशल मीडिया पर शेयर जरूर करें ताकि और लोग भी जान सके

99%99 लोगो के नही पता ईसका मतलब


दोस्तों आपको मेरी यह पोस्ट में जानकारी कैसी लगी मुझे कमेंट में जरूर बताएं और आपको पसंद आए तो शेयर जरूर कीजिए मेरे facebookफेसबुक पेज को लाइक भी कीजिए



Thursday, April 5, 2018

 imam hasan basri, dajjal ke bare me~ dajjal kon hai इमाम हसन बसरी का बयान,  दज्जाल के बारे में इस्लामिक बयान, हुजूर सल्लल्लाहो वसल्लम की दुआ, islam





 imam hasan basri परिचय

Khawaja Imaam Hasan Basri ka Byan | Dajjal Ke bare me | DAJJAL kon he | kaha hai | kese hai | kiyo hai | islami kahani | new 2020 | UMER faruk RA ne rakha Imaam Hasan Basri Naam
अजीज साथियों ख्वाजा इमाम हसन बसरी रहमतुल्लाह आले एक बहुत ही अल्लाह वाले बुजुर्ग थे | तकुए कार और परहेज़गार थे | और आप बा अमल आलिम भी थे | और इबादत करने वाले अल्लाह से डरने वाले भी थे | सुन्नत नबवी पर सख्ती से अमल करने और सदैव अल्लाह से भय में डूबे रहते थे |
आपकी मां उम्मुल मोमिनीन हजरत उम्मे सलमा रजि अल्लाह हू आल्हा की बांदी थी | और जब बचपन में आपकी मां किसी काम में व्यस्त होती | और आप रोने लगते तो उम्मुल मोमिनीन आपको गोद में उठाकर अपनी छाती मुबारक आपके मुंह में दे देती | और इस तरह हमदर्दी की भावना से आपकी छाती से दूध भी निकलने लगता | जरा सोचिए कि जिसने उम्मुल मोमिनीन का दूध पिया हो उसके उच्च दर्जे का कौन इंकारी हो सकता है |



imam hasan basri  बचपन में सौभाग्य


  बचपन में आपने एक दिन हुजूर अकरम सल्लल्लाहो वसल्लम के प्याले का पानी पी लिया | और जब हुजूर ने पूछा कि मेरे प्याले का पानी किसने किया है | तो हज़रत उम्मे सलमा ने कहा कि हसन ने | यह सुनकर हुजूर सल्लल्लाहो वसल्लम ने फरमाया कि उसने जितना पानी मेरे प्याले में से पिया उतना ही मेरा इल्म( ज्ञान) उसमें पहुंच गया |



हुजूर सल्लल्लाहो वसल्लम की दुआ


    एक दिन हुजूर अकरम सल्लल्लाहो वसल्लम हज़रत उम्मे सलमा के मकान पर आए तो उन्होंने हसन बसरी को आपकी गोद में डाल दिया | उस समय हुजूर सल्लल्लाहो सल्लम ने आपके लिए भलाई की दुआ की और इस दुआ की बरकत से आपको बहुत अधिक दर्जा प्राप्त हुए |

नाम रखने का कारण

   जन्म के बाद जब आपको हजरत उमर रजि अल्लाहु अन्हु की सेवा में पेश किया गया तो आप ने फरमाया कि इसका नाम हसन रखो क्योंकि बहुत बड़ा ही सुंदर है |
   हजरत उम्मे सलमा ने आपका लालन पालन किया और सदैव यही दुआ किया करती थी कि अल्लाह हसन को लोगों का मार्गदर्शन बना दे| |

 अतः आप बड़े उच्च कोटि के बुजुर्गों मै से हुए और 120 साहब से आप ने लाभ उठाया इसमें 70वें सहाबा भी थे |जो बदर की जंग में शहीद हो गए थे

आपको हसन बिन अली से बैत होने का गौरव प्राप्त था | और उन्हीं से शिक्षा भी ग्रहण की लेकिन "तोहफा" के लेखक लिखते हैं | कि आप हजरत अली से बैत है | और उन्हीं के खुलफ में से हुए प्रांभिक दौर में आप हीरे जवाहरात की तिजारत करते थे | जिसके कारण आपका नाम हसन लुलू भी पड़ गया था |

 एक बार आप तिजारत की नियत से रूम गए | और वहां जब वहां के वजीर के पास मुलाकात के उद्देश्य पहुंचे तो वह कहीं जाने की तैयारी कर रहा था | उसने पूछा कि क्या आप भी मेरे साथ चलेंगे फरमाया कि हां |
 दोनों घोड़े पर सवार होकर जंगल में पहुंचे थे |
 वहां आपने देखा कि रूम के कीमती कपड़ों का बड़ा अच्छा खेमा लगा है | और उसके चारों ओर स्वतंत्र सैनिक घूम फिर कर वापस जा रहे हैं | उसके बाद उलमा व प्रतिष्ठित लोग वहां पहुंचे | और खेमे के निकट कुछ कहकर चले गए | इसके बाद हकीम वह अमीर अमीर मुन्सी आदि पहुंचे और कुछ कहकर चल दिए |

फिर अत्यंत सुंदर बांदिया हीरे जवाहरात के थाल सर पर रखे हुए आई और वह भी इसी तरह कुछ कह कर चली गई |

फिर बादशाह और वजीर भी कुछ कहकर वापस हो गए | आपने चकित होकर जब वजीर से इस बारे में मालूम किया तो उसने बताया |

 कि बादशाह का एक सुंदर जवान बेटा मर गया था | और वही इस खेमे में दफन है | अतः आज की तरह हर साल यहां सारे लोग आते हैं |  सबसे पहले सेना आकर कहती है  कि यदि जंग द्वारा तेरी मौत टल सकती तो हम जंग करके तुझे बचा लेते मगर अल्लाह से जंग करना संभव नहीं |

इसके बाद हुक्मा आकर कहते कि यदि बुद्धि और ज्ञान से मौत को रोका जा सकता तो निश्चित ही हम रोक देते |

फिर उलमा व मशाईख आकर कहते हैं | यदि दुआओं से मौत को दूर दूर किया जा सकता तो हम टाल देत |

     फिर सुंदर बांदियां आकर कहती अति सुंदर एवं आकर्षक से मौत को टाला जा सकता तो हम टाल देती |

 फिर स्वयं  बादशाह  वजीर के साथ आकर कहता है | कि मेरे बेटे हमने हकीमों वैधों  द्वारा बड़ी कोशिश की परंतु अल्लाह के आदेश को कौन टाल सकता ह |

     और जब अगले साल तक तुझ पर हमारा सलाम हो यह कहकर वापस हो जाते हैं |


हजरत हसन ने यह घटना सुनकर कसम खाई कि जीवन भर कभी नहीं हंस लूंगा |  और संसार से विमुख होकर आखिरत की चिंता के लिए अकांत  में रहने लगे |

मशहूर है कि 70 साल तक आप सदैव वूजू से रहे और आपने समकालीन बुजुर्गों में प्रमुख रहे |

 किसी व्यक्ति ने एक बुजुर्ग से पूछा कि हसन बसरी हमसे अधिक श्रेष्ठ क्यों है | उन्होंने जवाब दिया कि हसन के ईल्म कि हर आदमी को जरूरत है | और उसे अल्लाह के अलावा किसी की जरूरत नहीं इसी के लिए वह हम सब के सरदार है |

 

 

dajjal ke bare me~ dajjal kon hai ~ दज्जाल की पहचान  


दज्जाल एक आंख से काना है | उसके माथे पर काफीर लिखा हुआ है | दज्जाल जब इस दुनिया में आएगा तो | साथ या 40 दिन में पूरी दुनिया मैं घूम जाएगा | और दुनिया में आकर लोगों से कहेगा कि मैं ही खुदा हूं | इसलिए मुझे ही खुदा काहो लोग उनसे पूछेंगे भी कि तू कैसे खुदा ह |ै वह कहेगा फला बिन फला का तू बैठा ह |ै पता है मैं उनको जिंदा कर दूं तो तू मुझे खुदा मान लेगा | वह कहेगा हां तो वह जैसे ही हुकुम करेगा शैतान उन सब की शक्ल लेकर हाजिर हो जाएंगे | असल में वह जिंदा नहीं होंगे | हकीकत ही है के दज्जाल के साथ सारे शैतान होंगे | जो उसके रिश्तेदार या मां-बाप की शक्ल लेकर उसके सामने हाजिर हो जाएंगे |
अगर दज्जाल इतना भयंकर है तो 40 ही दिन कैसे जिंदा रहेगा?
दज्जाल को अल्लाह ने सिर्फ इतने ही दिन की मोहलत दी है | जब दज्जाल आएगा और जब वह इतनी तबाही दुनिया में मजा आएगा | तब ही अल्लाह ताला ईसा अलैहिस्सलाम अस्सलाम | को धरती पर वापस उतारेंगे| जो आज अभी भी जिंदा है | चौथे आसमान पर |



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अगर आप dajjal के बारे में पूरा जानना चाहते हैं तो मेरे अगले आर्टिकल को भी पढ़ें


तलाक क्या है निकाह और हलाला क्या है


इस्लाम जो है वह शरीयत है और इस्लामी शरीयत के कानून को ही मानता है


Monday, April 2, 2018

 झूड़ी,  बुखार,  हैजा और पागल कुत्ते के    काटने की दवा घरेलू नुख्शे
Zodiac, fever, cholera and mad dog bite medicines

नस्कार दोस्तो आज की ईस पोस्ट मै आपको कई बिमारीयों का ईलाज बताऊंगा, जैसे-  हैजा, बुखार , झूड़ी, दस्त , आदि,,,,क्लिक

Nasaar Dosto today's post I will tell you about the treatment of many diseases, like cholera, fever, swan, diarrhea, etc. ,,,,  

       बुखार का ईलाज


आंकड़े की जड़ की चाल 5 तोले, काली मिर्च 5 तोले, अदरक का रस 5 तोले |

विधि सब दवाओं को खरल करके मिर्च परिणाम गोलियां बना ले व

 सेवन विधि -  जाड़ा देकर आने वाले बुखार को रोकने के लिए एक गोली जल के साथ दो दो घंटों के अंदर खिलाव

 बुखार ना रहे ऐसी हालत मे भी 6 घंटे में तीन गोलियां दे देनी चाहिए

पहली बारी मैं ही बुखार रुक जाएगा अन्यथा तीसरे दिन तो अवश्य रुक जाएगा क्लिक

            पिशु चिका पर

 उपयुक्त दवा के, दस्त आरंभ होते ही दो 2 घंटे के अंदर से उक्त एक गोली दे ना आर्ंभ करें

 जब तक की के दस्त बंध ना हो देते रह

गुण  _  प्राय: 3 4 गोली पहुंचते पहुंचते ही दस्त जाते रहेंगे और रोगी निरोगी हो जाएगा

      कुत्ते के काटने पर

 उपयुक्त दवा एक गोली सुबह शाम जल योग से देनी चाहिए

पहले दिन सातवें दिन 14 दिन 21 दिन में लाभ हो जाएगा

      सावधानी की बातें

बच्चों की उम्र के लिहाज से ऑनधि दें
गर्भणी को यह औषधि नहीं देनी चाहिए अन्यथा लाभ के बजाए हानि होगीऔर जाने

     शीत बुखारहर अर्क

चिरायता 5 तोले, खस 5 तोला, नीम की छाल 5 तोला, कटकारी 5 तोला, लाल चंदन 5 तोला, कटकी 5 तोला, हर्र छोटी 5 तोला, नागर मोथा 5 तोला,

 विधि - उपयुक्त औषधियों को कूट कर रात भर चार सेर पानी में डालकर भीगने दो

 प्रात:  भवके ( सूरज निकलने से पहल) अरक  निकाल लें

 मात्रा 5 तोला जल में डेड तोला उक्त दवा मिलाए

 वयवहार -  बुखार का विराम 3 घंटे प्रथम से 5 तोला दवा 2 तोला जल में मिलाकर पति 1 घंटे पश्चात तीन बार

 बच्चे, आशक्त या  वृध्द को आवश्यकतासार मात्रा में द

ईसका प्राकृतिक बुखार ( मलेरिया बुखार)  के सिवाय आठ प्रकार के बुखार में तथा बुखार की विराम अवस्था में व्यवहार किया जाता है परंतु मुख्य यह शीत बुखार की औषधि है और बहुत ही उपयोगी हैऔर जाने

        बूखाकी अचूक दवा

गुलाबी फिटकरी 1 तोला लेकर हल्की आंच से तवे के ऊपर उसका फुला  कर लेना चाहिए

इस ओषधि को पीसकर छानकर शीशे में भर लो

अवस्था के अनुसार एक रत्ती तक की मात्रा बतासे में रखकर बुखार आने के 1 घंटे पहले ताजे पानी के साथ सेवन कर लो

  विषय बुखार मलेरिया फीवर दो हो जाता है प्रात सांय नियम पुर्वक  ईस के सेवन से सभी प्रकार के बूखारों लाभ होता है

दोस्तो कैसी लगी मेरी ये पोस्ट मुझे कोमेन्ट मै बताये


ये भी देखे



आन्दे गर्मी तोलू लगवा दू ए सी चौबारे मै









Friday, March 30, 2018

हजरत हबीब अजमी रहमतुल्लाह आले का किस्सा 
Case of Hazrat Habib Ajmi Rahmatullah


Fur is too long, the expense is not near, never before seen its way

Hazrat Habib Ajmi Rahmatullah


दोस्तो ईस पोस्ट मै आपको नया किस्सा बताऊंगा जो है हजरत हबीब अजमी रहमतुल्लाह अलेह का है
Friends, I will tell you the new story which is Hazrat Habib Ajmi Rahmatullah Allah


हजरत हबीब अजमी रहमतुल्लाह अलेह (मशहूर अल्लाह वालों में से हैं) इंतकाल के वक्त बहुत घबरा रहे थे |
Hazrat Habib Ajmi Rahmatullah Ahle (famous among the people of Allah) was very nervous at the time of waiting.




 किसी ने कहा आप जैसे बुजुर्ग और यह घबराहट इससे पहले तो आपका ऐसा हाल कभी ना होता था |
Someone said that the elderly like you and this nervousness would have never happened to you before.

 कहने लगे सफर बहुत लंबा है खर्चा पास नहीं है कभी इसे पहले इसका रास्ता देखा नहीं The journey started to say is too long, the expense is not near, never seen its way before

ऐसा खौफनाक मंजर देखने हैं जो इस से पहले कभी नही देखी
Seeing such a horrific situation that has never seen before this

मिट्टी के नीचे अकेले को कयामत तक रहना पड़ेगा
The only one under the soil will have to live up to Doom.

कोई मुनीश (मन लगाने वाला) पास नहीं और कोई साथी साथ नहीं No Munish (minder) pass and no partner accompanying आखरी कलाम


 इसके बाद अल्लाह के सामने खड़ा होना है मुझे यह डर है कि अगर वहां यह सवाल हो गया कि हबीब साठ वर्ष में एक तस्बीब भी ऐसी ना ला सकें जिसे शैतान का कोई असर ना हो तो इसका क्या जवाब दूंगा
After this I have to stand in front of Allah. I am afraid that if there is a question in it that Habib may not bring a Tasbib in sixty years even if Satan does not have any effect, then what will he answer?

 हालांकि उनका यह हाल तो इसके बावजूद था कि साठ वर्क उम्र में दुनिया से थोड़ा सा भी लगाव ना था
समय बडा भागयवान होता है

 एक हम हैं जो शेतान की खुशामद व चालपुशी मै लगे रहते हैं I am one who is engaged in patriotism and mischief

अपने नप्स को इतना ऊंचा कर रखा है कि वह किसी भी वक्त खुदा की तरफ आने,
 मौत व कबर को सोचने के लिए तैयार नहीं
He has kept his naps so high that he can come to God at any time,  Not ready to think of death and tomb

तो आप खुद ही सोच लीजिए कि और इन सब किस्सोे के बाद फैसला कीजीये

 कि हमारा क्या हाल होगा ?
हमें अपने मरने कबर में जाने व खुदा के सामने खड़ा होने की  फिक्र ही नहीं What will happen to us? We are not concerned about going to our grave and standing in front of God.

आखिरी वक्त दुनिया है जाने की लाचारी मौत की सख्ति . कबर की तंगी व तारीकी.
The last time the world is going to be hard pressed is death. Tomb of the grave

मून्कर वे नकीर का डर, पुल  सरात पर (बाल से बारीक तलवार से तेज जहन्नुम के ऊपर एक पुल है जिसके ऊपर हर आदमी को गुजरना पड़ेगा ) चलने की दूरी कयामत की भयानक घड़ी और दोजख के आजाब  से बचने की हमको कोई फिक्र नहीं Moondar, they fear the Nakir, the bridges (on the bridges of the brim with a fine sword, there is a bridge above the hellhound, on which every man will have to pass on). The distance of walking is not worrying to avoid the awkwardness of doom and the awkwardness of the doom.


यह सब मंजिलें बहुत कठिन हैं जल्द हम सबका इन से वास्ता पड़ेगा All these floors are very difficult, we all will get relief from them.

इसके बावजूद हमारी यह हालत है कि हमें कोई रंज, मलाल, व  गम नहीं कि कल मरने के बाद हमारे साथ क्या होने वाला है |In spite of this, our condition is that we do not have any pigment, grief, and grief, what is going to happen to us after tomorrow.

किया आपको पता है JIO की फुल फोर्म किया है

  दर पेश सबके वास्ते यह मंजिल अजीब है
    उम्मीदे बड़ी बड़ी अजल अन करीब हैं
This floor is odd for everyone presenting the rate  
   The big stars are very close


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Thursday, March 22, 2018


नमस्कार दोस्तो  मै ईस पोस्ट मै आपको बताऊंगा JIO  का फुल फार्म किया है
Hello friends, I will tell you, I will tell you JIO has completed the form,


Jio जियो भारत की सबसे आज बड़ी कंपनी है पर क्या आपको जिओ Jio का फुल फॉर्म पता नहीं है जियो तो आपने हर जगह ही लिखा देखा होगा यह एक शार्ट नेम है जियो Jio


         JIO की फुल फॉर्म क्या है ?

     What is the full form of JIO



जियो भारतिये टेलिकोम की ऐक विशाल कम्पनी जो भारत के   हर राज्य मै स्तापिथ है
JIO Bharti Telecom is a huge company which is known as the Skype in every state of India.

इसके मालिक मुकेश  अम्बानी हैं
Its owner is Mukesh Ambani

इसको सुरुवात  2016 में लांच किया गया
The launch was launched in 2016.

उससे पहले भारत में 4G नेटवर्क नही था
Before that there was no 4G network in India

पर अब जिओ के आ जाने के बाद भारत की सभी टेलीकॉम कंपनियों ने 4G नेटवर्क को लांच कर दिया है और अब भारत में जियो को टक्कर देने के लिए सभी कंपनियां बढ़-चढ़कर एक दूसरे से आगे निकलने की कोशिश कर रही है पर इस पोस्ट में मैं आपको बताने वाला था कि जिओ की फुल फॉर्म क्या है तो चलिए जान लेते हैं जिओ की फुल फॉर्म क्या है




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JIO की फुल फॉर्म क्या है ?
What is the full form of JIO ?

जवाब - Joint Implementation Opportunities.

- संयुक्त कार्यान्वयन के अवसर.


JCB KI FULL FORM KIYA HAI
जेसीबी की फुल फॉर्म किया हैक्लिक कर जाने जेसीबी


दोस्तों आपको मेरी यह पोस्ट में जानकारी कैसी लगी मुझे कमेंट में जरूर बताएं और आपको पसंद आए तो शेयर जरूर कीजिए मेरे facebook पेज को लाइक भी कीजिए

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Saturday, January 13, 2018

क्या लोहड़ी का नायक दुल्ला भट्टी मुसलमान नहीं, एक सिख था!

लोहड़ी के बधाई संदेशों के साथ इस बार एक ऐसा संदेश भी साझा किया जा रहा है जिसके मुताबिक इस त्योहार का पंजाबी नायक दुल्ला भट्टी मुसलमान नहीं, एक सिख था


आज 13 जनवरी है यानी लोहड़ी का दिन है. पंजाब और पंजाबी समुदाय द्वारा मनाए जाने वाले इस त्योहार के पीछे कई कहानियां हैं. हमें स्कूलों में बताया जाता रहा है कि रबी की फसल पकने की खुशी में यह त्योहार मनाया जाता है. लोहड़ी की शाम लोग इकट्ठे होकर उपले और लकड़ियों के ढेर में आग जलाते हैं, उसमें हाल में पके अनाज की बालियां, मूंगफली और तिल डालते हुए उसके आस-पास नाच गाना करते हैं और एक-दूसरे को बधाइयां देते हैं. वैसे लोहड़ी की बधाइयां देने का सिलसिला कल रात से वॉट्सएप, फेसबुक और ट्विटर पर शुरू हो चुका है, लेकिन इस बार इन बधाइयों के साथ एक झूठ भी फैलाया जा रहा है. उस झूठ की पोलपट्टी खोलने से पहले आप को बता दें कि सरहद के उस पार हो या इस पार, लोहड़ी के दिन पंजाबी सुंदरी-मुंदरी का यह गाना ज़रूर गाया जाता है :
सुंदर मुंदरिए - हो
तेरा कौन विचारा-हो
दुल्ला भट्टी वाला-हो
इस गाने में सुंदरी और मुंदरी नाम की दो बहनों के अलावा एक तीसरे शख्स का भी ज़िक्र आता है. वो शख्स है दुल्ला भट्टी. इस पंजाबी राजपूत मुसलमान लोकनायक का असली नाम है अब्दुल्ला भट्टी. वे मुगल बादशाह अकबर के समय के एक विद्रोही किसान नेता थे.
अब्दुल्ला भट्टी के जिक्र से जुड़ी लोहड़ी की एक कहानी पंजाब और आसपास के क्षेत्र में काफी प्रचलित है. इसके मुताबिक उस दौर में पंजाब में एक ब्राह्मण हुआ करता था. उसकी दो बेटियां थीं - सुंदरी और मुंदरी. इन दोनों की शादी तय हो चुकी थी कि इस बीच मुगलिया सल्तनत के एक अफसर की नजर इन पर पड़ गई. इससे इनका पिता बड़ा परेशान हुआ और उसने लड़कियों की ससुराल पक्ष से दरख्वास्त की कि वे शादी तय तारीख से पहले करने को तैयार हो जाएं. लेकिन सल्तनत के अफसर का डर उनको भी था, सो उन्होंने इसके लिए न कर दी. कहते हैं कि जब यह बात दुल्ला भट्टी को पता चली तो उसने लोहड़ी के दिन दोनों पक्षों को बुलाकर लड़कियों की शादी करवा दी और तब से लोहड़ी का यह गीत लोकप्रिय हुआ जिसमें दुल्ला भट्टी का जिक्र है.

अब इसे लेकर यह झूठ फैलाया जा रहा है कि दुल्ला भट्टी एक सिख था जिसने हिंदुओं को बचाने के लिए अकबर से दुश्मनी मोल ली. ऊपर मौजूद संदेश की भाषा धार्मिक पूर्वाग्रहों से भरी है. ऐसे झूठ कौन फैला रहा है? कहने की ज़रूरत नहीं कि ये वही लोग हैं जिन्हें इतिहास को नए रंग से लिखना है. जिनके लिए मुसलमान बाहर से आए आक्रांताओं की संतानें हैं और ऐसे में उनके बीच से कोई नायक कैसे हो सकता है?
तमाम किताबें मौजूद हैं जो इस झूठ की किरकिरी करती हैं. आप डोर्लिंग किंडर्सले (इंडिया) द्वारा 2008 में छापी गई ‘पॉपुलर लिट्रेचर एंड प्री मॉडर्न सोसाइटीज़ इन साउथ एशिया’ उठाकर देख लें, या फिर एरिक हॉब्सबॉम की बेंडिट्स. आपको इन किताबों में दुल्ला भट्टी के किरदार का पूरा लेखा-जोखा मिल जाएगा. सिर्फ यही नहीं आप अगर यूं ही यूट्यूब पर देखना चाहें तो पाकिस्तान के एक्सप्रेस न्यूज़ चैनल का बड़ा मज़ेदार सा वीडियो भी देख सकते हैं जो दुल्ला भट्टी की कहानी सुनाता है

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